फर्जीवाड़ा कर पेट्रोल पंप मालिक ने की ढाई करोड़ की ठगी
पेट्रोल पंप मालिक ने अपने भाई के फर्जी हस्ताक्षर कर करीब ढाई करोड़ रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने अपने भाई के हस्ताक्षर कर बैंक से मिलीभगत कर एक करोड़ 20 लाख रुपये का लोन लिया और बाकी रकम अपने भाई खाते से निकाल ली।
जेएनएन, रोहतक। पेट्रोल पंप मालिक ने अपने भाई के फर्जी हस्ताक्षर कर करीब ढाई करोड़ रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने अपने भाई के हस्ताक्षर कर बैंक से मिलीभगत कर एक करोड़ 20 लाख रुपये का लोन लिया और बाकी रकम अपने भाई खाते से निकाल ली। पीडि़त की शिकायत पर आर्य नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
भाई ने खोली फर्जीवाडे की पोल
पुलिस को दी गई शिकायत में झज्जर जिले के डीघल गांव निवासी रणवीर ङ्क्षसह अहलावत ने बताया कि वर्ष 1977 में उन्होंने डीघल गांव में रणवीर फिङ्क्षलग स्टेशन के नाम से पेट्रोल पंप लगाया था। फिलहाल में वह अपने परिवार के साथ नैनीताल में रहते हैं और पेट्रोल पंप को बड़ा भाई जगबीर ङ्क्षसह चलाता था। जिसके पास रणवीर ङ्क्षसह के हस्ताक्षर किए हुए ब्लैंक चेक, पहचान पत्र और आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज रहते थे। जगबीर ङ्क्षसह ने अपना एक खुद का पेट्रोल पंप रोहतक में झज्जर चुंगी पर भी खोल रखा है।
बैंक से लिया लोन
पिछले साल पता चला कि जगबीर ङ्क्षसह ने अपने भाई रणवीर के पहचानपत्र और फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से एक करोड़ 20 लाख रुपये का लोन ले लिया। इसी बीच जगबीर ङ्क्षसह ने रणवीर ङ्क्षसह के खाते से भी फर्जी हस्ताक्षर कर एक करोड़ 46 लाख रुपये निकाल लिए।
बैंक अधिकारी भी शामिल
इसमें बैंक मैनेजर और उसका बेटा मनीष भी शामिल थे। इनके खिलाफ पिछले साल जून माह में पुलिस में शिकायत भी दी गई थी। आरोपित ने यहीं पर फर्जीवाड़ा बंद नहीं किया। उसने रणवीर ङ्क्षसह के खाते से कई चेक बाउंस करा दिए। पीडि़त ने यह शिकायत एसपी को दी, जिसके बाद एसपी के आदेश पर आर्य नगर थाने में दर्ज किया गया है।