पटवारी का कारनामा : प्रापर्टी डीलर की पत्नी की प्रापर्टी का इंतकाल किसी और महिला के नाम पर कर दिया
तहसीलदार तक से इंतकाल के लिए किया आग्रह समाधान नहीं मिलने पर पार्षद को सुनाई आपबीती। जा
तहसीलदार तक से इंतकाल के लिए किया आग्रह समाधान नहीं मिलने पर पार्षद को सुनाई आपबीती जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश में रजिस्ट्रियों में भ्रष्टाचार से लेकर घालमेल के कारण जनता की परेशानी का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। ताजा मामला हिसार सिटी थाना के पास स्थित पटवारघर से संबंधित है। जहां वार्ड-7 के विनोद नगर की एक प्रापर्टी के इंतजार में गोलमाल हो गया। प्रापर्टी डीलर बंसीलाल का आरोप है कि उसकी पत्नी शकुंतला देवी के नाम पर खरीदी गई प्रापर्टी का इंतकाल में मालिक मिर्जापुर निवासी कृष्णा देवी को बना दिया। दो माह से इंतकाल दुरुस्त करवाने के लिए चक्कर काट रहा हूं, लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ। बंसीलाल तहसीलदार कार्यालय तक को दस्तावेज दे चुका है, बावजूद इसके पटवारी रिकार्ड दुरुस्त करने के लिए चक्कर कटवा रहे हैं। परेशान डीलर ने पार्षद जयप्रकाश के अपनी आपबीती सुनाई। ये है पूरा मामला
बंसीलाल ने बताया कि उसके भाई पवन के नाम से विनोद नगर में करीब 53 गज का प्लाट था। जिसे उसने 2012-13 में पत्नी शकुंलता देवी के नाम करवाया। इंतकाल भाई के नाम था, इसलिए इंतकाल उस समय नहीं करवाया। कुछ माह पहले पटवारी के पास इंतकाल के लिए पहुंचे तो उसने दस्तावेज ले लिए। उसके बाद उन्हें गुम कर दिया। उसके कई हजार रुपये खर्च करवाए। दस्तावेज जमा करवाने के कई बाद इंतकाल के बारे में पूछा तो पटवारी ने कहा मुझे तो दस्तावेज दिए ही नहीं। इंतकाल के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उसकी प्रापर्टी का इंतकाल किसी मिर्जापुर निवासी कृष्णा देवी के नाम फर्जी तरीके से कर दिया है। हमने तहसीलदार को 13 अप्रैल 2021 को दस्तावेज जमा करवाकर इंतकाल की मांग की, लेकिन वह अभी भी चक्कर कटवा रहा है। पटवारी नहीं देते रिसीविग, इसी की आड में होता है खेल
न्यू ऋषि नगर निवासी स्वर्गीय हरदेव दस साल से अधिक समय तक पटवारियों के चक्कर काटता रहा लेकिन इंतकाल नहीं बना। उसकी पत्नी बिमला देवी ने आरोप लगाते हुए कहा उसके पति बताते थे कि कई पटवारियों ने उनसे इंतकाल के नाम पर पैसे भी लिए लेकिन न तो इंतकाल हुआ न ही पैसे आए।
हिसार में पटवारी बना कॉलोनाइजर
कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण हिसार में पटवारियों के हौंसले इस कदर बुलंद है कि पटवारी तो कॉलोनाइजर तक बन गए है। इसका उदाहरण गांव लुदास में कटी अवैध कॉलोनी है। जहां एक पटवारी ने अवैध कॉलोनी काट सरकार को लाखों का चूना लगा दिया। डीटीपी के मामला संज्ञान में आने के बाद भी पटवारी द्वारा काटी गई अवैध कॉलोनी को ढहाने की बजाए उसे समय दिया गया, ताकि बचाव हो सके।
वर्जन
मेरे संज्ञान में शकुंतला देवी नाम की किसी महिला की प्रापर्टी कृष्णा देवी के नाम होने की जानकारी नहीं है। न ही किसी बंसीलाल ने कोई दस्तावेज दिए। कोई इंतकाल के लिए आया तो उसका इंतकाल अवश्य करवाया जाएगा।
- राजबीर, पटवारी, हिसार। वर्जन
बंसीलाल ने विनोद नगर में प्रापर्टी खरीदने के संबंध में आ रही दिक्कत के बारे में बताया है। इस बारे में एक बार फिर वह पटवारी से मिलने की बात कह रहा है। यदि समाधान नहीं हुआ तो इस बारे में तहसील कार्यालय के अफसरों से जवाब लेंगे।
- जयप्रकाश, पार्षद, वार्ड-7