ब्‍लैक फंगस : कैंसर, डॉयबिटीज, हार्ट, अस्थमा, टीबी जैसी बीमारियों के रोगियों को सजग रहने की जरूरत

सविल सर्जन डॉ. संजय दहिया के मुताबिक मौजूदा समय में कैंसर डॉयबिटीज हार्ट अस्थमा टीबी जैसी बीमारियों का उपचार करा रहे मरीजों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। विभागीय स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चिकित्सकों को इस बारे में बताकर बचाव व इलाज के लिए ट्रेनिंग भी दी गई

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 05:59 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 05:59 PM (IST)
ब्‍लैक फंगस : कैंसर, डॉयबिटीज, हार्ट, अस्थमा, टीबी जैसी बीमारियों के रोगियों को सजग रहने की जरूरत
ब्लैक फंगस से सचेत रहने की जरूरत, लक्षण दिखने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों से करें संपर्क

झज्जर, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर व्यापक स्तर पर अपना असर दिखा रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमित रिपोर्ट हो रहे हैं। हालांकि, बढ़ते हुए इस आंकड़े में राहत की बात यह है कि मौजूदा समय में संक्रमण की दर पहले से कम हुई हैं। लेकिन, इन्हीं दिनों में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस का नाम भी एक बड़ी परेशानी बनकर उभरा है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिला में अभी तक ब्लैक फंगस का कोई केस रिपोर्ट नहीं हुआ हैं। हां, जिला से बाहर अगर कोई मरीज चिकित्सीय परामर्श ले रहा है तो वह अधिकारिक तौर पर सामने नहीं आया है। लेकिन इन सबके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग ब्लैक फंगस से बचाव व रोगियों को समय रहते इलाज करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

जिला सविल सर्जन डॉ. संजय दहिया के मुताबिक मौजूदा समय में कैंसर, डॉयबिटीज, हार्ट, अस्थमा, टीबी जैसी बीमारियों का उपचार करा रहे मरीजों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। विभागीय स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चिकित्सकों को इस बारे में बताकर बचाव व इलाज के लिए ट्रेनिंग भी दी गई है। विशेष तौर पर इन दिनों में कमजोर इम्युनिटी रखने वाले लोगों को अपना खास ध्यान रखना चाहिए। ब्लैक फंगस से जुड़े लक्ष्ण भी अगर किसी मरीज में दिखते हैं तो वह लापरवाही नहीं करें। वे स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों से सम्पर्क करें। ताकि समय रहते इसका इलाज सम्भव हो सके।

बेशक ही सीधे तौर पर ब्लैक फंगस का कोई केस अभी जिला स्वास्थ्य विभाग के समक्ष नहीं आया हो। लेकिन, रविवार को गांव लुहारी गांव निवासी करीब 28 वर्षीय युवा इंजीनियर की गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जिसका गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया। स्वजनों के मुताबिक कोरोना को मात देने के बाद युवक घर पर ही था। पिछले सप्ताह एकाएक उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद रेवाड़ी के अस्पताल में ले जाया गया। वहां स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलने के चलते गुरुग्राम के निजी अस्पताल में ले गए। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

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