डेढ़ महीने पहले पंचमपुरी और सोनू उर्फ कमांडो ने रची थी चंदनपुरी पर हमला करने की पटकथा
संवाद सहयोगी हांसी महंत चंदनपुरी पर जानलेवा हमला करने के मामले में समाधा मंदिर के गद्द
संवाद सहयोगी, हांसी : महंत चंदनपुरी पर जानलेवा हमला करने के मामले में समाधा मंदिर के गद्दीनशीन पंचमपुरी व उसके चेलों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपितों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। रिमांड मिलते ही सीआइए ने आरोपितों से गहन पूछताछ शुरु कर दी है। इस मामले में अभी एक अन्य आरोपित की गिरफ्तारी बाकी है जिसकी तलाश में सीआइए छापेमारी कर रही है।
बता दें कि सीआइए पुलिस ने महंत चंदनपुरी पर जानलेवा हमला व फायरिग करने के संवेदनशील मामले को शनिवार को सुलझा दिया था। इस मामले को सुलझाने में साइबर सेल की भी अहम भूमिका रही। अपराधी वाट्सएप कॉल से एक दूसरे संपर्क साध रहे थे। महंत पंचमपुरी वारदात के बाद आश्वस्त था कि वह पुलिस की नजरों से बच जाए। इंटरनेट कॉल डिटेल ने महंत की तरफ पुलिस के शक की सूई घुमा दी। जिसके बाद महंत को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो सारा खेल सामने आ गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनू मंदिर का भक्त है और लगातार मंदिर में आता था। समाधा मठ की गद्दी को लेकर दावा करने वाले महंत चंदनपुरी को सबक सीखाने के लिए पंचमपुरी ने अपने खासमखास चेले सोनू उर्फ कमांडो को सुपारी दे दी। सोनू ने वारदात के लिए पांच लाख रुपये मांगे थे, जिसमें से पंचमपुरी ने दो लाख रुपये कैश दे दिए व बाकी रकम काम पूरा होने के बाद दी जानी थी।
कमांडो ने अपने गुर्गे संदीप से करवाई वारदात
सोनू उर्फ कमांडो के खिलाफ आर्म्स एक्ट, मारपीट व हमला करने के कई मामले दर्ज हैं और वर्तमान में वह बेल पर आया हुआ था। महंत पंचमपुरी ने वारदात को अंजाम देने के लिए सोनू को सुपारी दी थी। इस वारदात के लिए सोनू ने अपने साथी संदीप को चुना जो पीओपी डिजाइन का काम करता है। महंत पर फायरिग के लिए संदीप को सोनू उर्फ कमांडो ने एक लाख रुपये कैश दिया था। संदीप के साथ बाइक पर आया एक अन्य युवक भी था जिसे कुछ लालच दिया गया था। वारदात के बाद आरोपित चरखी-दादरी में अपने दोस्त के घर चले गए थे। पुलिस अब वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल व बाइक बरामद करेगी।
पिस्तौल व पैसा बरामद करेंगे
बाबा ने सोनू उर्फ कमांडो को जो पैसे दिए थे उसकी बरामदगी पुलिस करेगी। इसके अलावा वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल व बाइक भी बरामद किया जाना है। एक अन्य युवक जो बाइक चला रहा था उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। कोर्ट से तीन दिनों का रिमांड मिला है और पूछताछ जारी है।
- इंस्पेक्टर, विजय तंवर, सीआइए इंचार्ज।