आसान नहीं दीपावली पर घर की पुताई, बढ़ते हुए दामों से बिगड़ रहा बजट, डिमांड में कमी नहीं
घर की सजावट के लिए होने वाले पेंट आदि के कार्यों में कुल 38 से 40 फीसद तक उछाल आया है। सीमेंट सरिया टाइल्स के दामों में भारी वृद्धि के बाद प्लास्टिक के बेहद बढ़ गए हैं। पेंट के दामों में 25 से 30 फीसद तक वृद्धि हुई है
जागरण संवाददाता, झज्जर : दीपावली पर इस दफा घर को सजाना मध्यवर्गीय परिवारों के लिए आसान नहीं रहा। घर की सजावट के लिए होने वाले पेंट आदि के कार्यों में कुल 38 से 40 फीसद तक उछाल आया है। सीमेंट, सरिया, टाइल्स के दामों में भारी वृद्धि के बाद प्लास्टिक के बेहद बढ़ गए हैं। बाजार में दो सौ से साढ़े सात सौ रुपये लीटर बिकने वाले पेंट के दामों में 25 से 30 फीसद तक वृद्धि हुई है। विशेष तौर पर इससे उन लोगों जोरदार झटका लगा है। जो कि इन दिनों में अपने घर में कार्य करवा रहे हैं और दीपावली पर गृह प्रवेश का प्रोग्राम बना रखा है। पेंट के दौरान इस्तेमाल में लाए जाने वाले ब्रश और रोलर भी दस से 15 फीसद बढ़ोतरी के साथ बाजार में बिक रहे हैं। कुल मिलाकर, इस दीपावली पर महंगाई की मार हर वर्ग के लिए परेशानियों से भरी है।
नवरात्र के बाद से डिमांड बढ़ी, बजट गड़बड़ाने से परेशान उपभोक्ता
नवरात्र से ही लोगों के घरों में साफ-सफाई और पुताई का काम शुरू हो जाता है। पेंट की दुकानों पर भीड़ लगने लगती है। जबकि, मौजूदा दौर में पेट्रोल, डीजल के दामों में लगी आग ने पेंट कारोबार को भी प्रभावित किया है। हालात यह हैं कि डिस्टेंपर के दामों में करीब 20 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। 15 किलो की डिस्टेंपर की बाल्टी के रेट में एक हजार रुपये तक का इजाफा हुआ है। इसके अलावा मेलामाइन, प्राइमर, तारपीन के तेल के रेट भी बढ़ गए हैं। कारोबारी भी बढ़ते दामों को लेकर परेशान हैं।
देखा जाए तो ब्रांडेड कंपनियों के पेंट के दाम में 20 से 25 प्रतिशत उछाल आया है। दीवारों और छतों पर पेंट के इस्तेमाल से पहले लगाई जाने वाली पुट्टी के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल, डीजल और केमिकल के दाम बढ़ने से डिस्टेंपर के दामों में 20 फीसद तक का इजाफा हुआ है। इसके अलावा प्राइमर और तारपीन के तेल के दामों में भी उछाल आया है। बजट बिगड़ने की वजह से अब लोग काम भी सीमित करवा रहे हैं।
दीपावली के अब दिन कम ही बाकी हैं और हर व्यक्ति इससे पहले घर की साफ- सफाई और पुताई का काम पूरा करने में लगा हुआ है। इससे बाजार में पुताई करने वाले मजदूर और पेंटरों का भी टोटा हो गया है। कोई भी एक दिन के काम के 600 रुपये से कम लेने को कोई तैयार नहीं है। उस पर भी पेंटरों की कई शर्तें भी रहती हैं।
पिछले तीन महीने से डिस्टेंपर के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है।
प्रतिक्रिया :
रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी से इस बार घर सजाना मध्यम वर्ग परिवारों के लिए आसान नहीं है। बेलगाम महंगाई से हर वर्ग की दिक्कत बढ़ गई है। बजट गड़बड़ा रहा है।
सुमन देवी, गृहणी
रंग-रोगन के दामों में भारी वृद्धि से घरों की सजावट आसान नहीं है। रंग-रोगन के दाम 20 से 25 प्रतिशत तक महंगे हुए हैं।
- नरेश तनेजा, कारोबारी
-----कुल मिलाकर, पेंट एवं हार्ड वेयर से जुड़े कार्यों में करीब 38 से 40 फीसद तक के दामों में इजाफा हुआ हैं।अलग-अलग उत्पादों के दाम बढ़ने से जो बजट लोगों ने घर के लिए तैयार किया था, वह बेशक ही लोगों का प्रभावित हुआ है। श्राद्ध पक्ष से डिमांड बढ़ी हुई है। आने वाले दिनों में दाम गिरावट के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं।
के.डी शर्मा, कारोबारी एवं विशेषज्ञ