फतेहाबाद में राइस मिल से गायब हो गई धान की बोरियां, भौतिक जांच की तो हुआ खुलासा

राइस मिल से 7012.69600 मीट्रिक टन धान बकाया था। जिसकी सरकारी हिदायतों के अनुसार 67 प्रतिशत के हिसाब से 4698.50632 मीट्रिक टन बनता है। मिलर द्वारा अब तक भारतीय खाद्य निगम को 2021.97 मीट्रिक टन की डिलिवरी की गई है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 05:57 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:57 PM (IST)
फतेहाबाद में राइस मिल से गायब हो गई धान की बोरियां, भौतिक जांच की तो हुआ खुलासा
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फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद जिला मिलिंग कमेटी फतेहाबाद द्वारा मैं खोखर राइस मिल रतिया नथवान को सीएमआर के काम के लिये खाद्य एवं पूर्ति विभाग अलाट किया गय़ा था। इस विभाग के उक्त राइस मिल के साथ इकरारनामा करके उक्त मिल को 7029.03750 मीट्रिक टन धान अलाट की गई थी। लेकिन अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो धान की बोरियां कम निकली।

अब पुलिस ने इस मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर सुखविंद्र सिंह की शिकायत पर मैं खोखर राइस मिल रतिया नथवान के मालिक सियासत सिंह, गारंटर रतिया के वार्ड नंबर 1 निवासी दलबीर सिंह, गारंटर रतिया के वार्ड नंबर 2 निवासी सतगुरु सिंह व गारंटर ब्राह्मणवाला निवासी नरेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी व धान को खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में इंस्पेक्टर सुखविंद्र सिंह ने बताया कि खरीफ खरीद वर्ष 2020-21 के दौरान जिला मिलिंग कमेटी फतेहाबाद द्वारा मैं खोखर राइस मिल रतिया (नथवान) को सीएमआर के काम के लिये खाद्य एवं पूर्ति विभाग अलाट किया गय़ा था। इस विभाग के उक्त राइस मिल के साथ इकरारनामा करके उक्त मिल को 7029.03750 मीट्रिक टन धान अलाट की गई थी। इस राइस मिल की फरवरी मास की भौतिक जांच के दौरान करने उपरांत 16.34150 मीट्रिक टन धाान कम पाई गई। जिसकी रिकवरी विभाग द्वारा उक्त राइस मिल से कर ली गई थी।

जिसकी उपरांत उक्त राइस मिल से 7012.69600 मीट्रिक टन धान बकाया था। जिसकी सरकारी हिदायतों के अनुसार 67 प्रतिशत के हिसाब से 4698.50632 मीट्रिक टन बनता है। मिलर द्वारा अब तक भारतीय खाद्य निगम को 2021.97 मीट्रिक टन की डिलिवरी की गई है। अब 2676.53632 मीट्रिकन टन सीएमआर को डिलिवरी करनी बकाया है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा चावल के भुगतान की अतिम तिथि 30 जून 2021 तक बढा दी गई है। शिकायत में बताया कि 9 जून 2021 को वह और निरीक्षक कुलदीप सिंह को साथ लेकर मिल की भौतिक जांच की गई।

भौतिक जांच के दौरान राईस मिल मे धान का स्टाक शून्य पाया गया। इस प्रकार राइस मिल में 2676.53632 मीट्रिक टन धान कम होना पाया गया। कम पाए गये धान के संदर्भ में विभाग की तरफ से 10 जून को को नोटिस भेजकर राइस मिलर व गारंटरों स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए थे। लेकिन किसी ने कुछ जवाब नहीं दिया है। पुलिस ने अब अधिकारियों की शिकायत पर मिल मालिक व तीन गारंटरों के खिलाफ धोखाधड़ी व धान खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज किया है।

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