सेवक सभा चैरिटेबल ट्रस्ट को मिली हाइफ्लो ऑक्सिजन थैरेपी मशीनें

जागरण संवाददाता हिसार कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए शुक्रवार को डिप्टी स्पीकर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:02 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:02 AM (IST)
सेवक सभा चैरिटेबल ट्रस्ट को मिली हाइफ्लो ऑक्सिजन थैरेपी मशीनें
सेवक सभा चैरिटेबल ट्रस्ट को मिली हाइफ्लो ऑक्सिजन थैरेपी मशीनें

जागरण संवाददाता, हिसार :

कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए शुक्रवार को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा और मेयर गौतम सरदाना ने सेवक सभा चैरिटेबल ट्रस्ट को तीन हाइफ्लो ऑक्सिजन थैरेपी मशीनें सौंपी। हाईफ्लो ऑक्सिजन मशीन कोरोना महामारी में एक बहुत ही प्रभावी व सफल विकल्प है। ये मशीनें रोटरी कल्ब हिसार के सभी सदस्यों के सहयोग से अस्पताल को भेंट की गई हैं। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने इस अवसर पर कहा कि आज पूरे विश्व में कोरोना महामारी ने अपने पांव पसारे हुए हैं। इस महामारी के खात्मे को लेकर पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर दिन-रात प्रयासरत हैं, ताकि संक्रमित लोगों को समय पर सही उपचार मिल सके। इसके साथ ही रोटरी कल्ब जैसी समाजसेवी संस्थाएं भी इसमें अतुलनीय योगदान दे रही हैं। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि नर सेवा को ही नारायण सेवा कहा गया है, यदि हमारे प्रयासों से किसी को भी जीवन दान मिलता है तो इससे हमारा जीवन सफल होगा। संकट के इस दौर में नि:स्वार्थ भावना से मानवता की सेवा करने वाले लोग वंदनीय हैं।

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नि:स्वार्थ भावना से काम कर रहा रोटरी क्लब

इस अवसर पर मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि रोटरी क्लब कोरोना काल में नि:स्वार्थ भावना से कार्य कर रहा हैं। जब भी किसी आपदा में नि:स्वार्थ भावना से आमजन जुड़ता है तो निश्चित तौर पर वह आपदा समाप्त हो जाती है। इससे पूर्व भी रोटरी हिसार के प्रधान मोहित गुप्ता व उनकी टीम ने सामान्य अस्पताल को वेंटिलेटर भेंट करना, शेड का निर्माण, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीनें लगाकर मानवता की सेवा में अपना अमूल्य योगदान दिया है।

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एक मशीन की कीमत तीन लाख रुपये

रोटरी के प्रधान मोहित गुप्ता ने हाइफ्लो ऑक्सिजन थैरेपी मशीनों की विशेषता के बारे में बताया कि कोरोना के मरीज को ऑक्सीजन की पूर्ति थोड़ी से लेकर, ज्यादा और बहुत ज्यादा प्रेशर से देने से पूरी होती है। इस मशीन की खासियत यह है कि इसमें मरीज के अंदर बिना कोई ट्यूब डाले केवल नाक के द्वारा ही पूरी बॉडी में प्रेशर से ऑक्सिजन कुछ ही सेकेंडों में पहुंचाई जा सकती है। इस एक मशीन की कीमत लगभग तीन लाख रुपये है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे कोरोना के मरीजों को बड़ा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज ऑक्सिजन और दवाइयों की कोई कमी नहीं है, आमजन इसका स्टॉक न करें। 500 से 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर्स का खर्च रोटरी क्लब वहन करने को तैयार है। इस अवसर पर राम अवतार सिगल, डॉ. विकास पुरी, अरविद बंसल व अस्पताल के चिकित्सक मौजूद रहे।

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