जांच में खुलासा पीड़ित के शिकायत करने के दौरान अनुपस्थित थे चौकी प्रभारी, विभागीय जांच बिना बहाल
अनाजमंडी चौकी प्रभारी एएसआई अनूप को दोबारा से बहाल कर दिया गया।
जागरण संवाददाता,हिसार:
अनाजमंडी चौकी प्रभारी एएसआई अनूप को दोबारा से बहाल कर दिया गया है। डीआईजी बलवान सिंह राणा ने उन्हें जान से मारने की धमकी देने के एक मामले में केस देरी से दर्ज करने पर 15 जुलाई को सस्पेंड किया था। पुलिस पीआरओ विकास ने बताया कि केस दर्ज करने में देरी होने पर पीड़ित ने डीआइजी को शिकायत दी थी। जिसके बाद डीआइजी ने अनाज मंडी चौकी प्रभारी अनूप को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। इस मामले में जांच की गई तो सामने आया कि जब पीड़ित ने चौकी में शिकायत दी थी। उस दौरान एएसआई अनूप चौकी में नहीं थे। जिसके चलते उन्हें निर्दोष मानते हुए डीआईजी ने बिना किसी विभागीय जांच के बहाल कर दिया है।
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इस मामले में की थी देरी -
मामले में सेक्टर-14 निवासी आशीष महत्ता ने शिकायत दी थी। शिकायत में आशीष ने बताया था कि आरोपित अमित सरदाना उसका रिश्तेदार है। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि आरोपित अमित ने एक सितंबर 2020 को उसके पिता को फोन कर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद से वह करीब छह महीने से दुबई गया हुआ है। वहां से अमित सरदाना ने 13 जून को उसे फोन कर देख लेने और अंजाम भुगतने की धमकी दी। आरोप था कि उसी दिन सोनू नाम के युवक से फोन करवाकर उसे अंजाम भुगतने की धमकी दिलवाई। 30 जून को उसके घर पर सैक्टर-14 में चार युवक दो बाइकों पर सवार होकर आए और उसके घर से उसका फोन नंबर लेकर उसे फोन किया। सोनू उसके घर पर कह कर गया कि आशीष से ही बात करनी है। आरोप था कि अमित सरदाना सभी रिश्तेदारों को दुबई से फोन पर गाली-गलौज करता है। पुलिस ने शिकायत पर सोनू और तीन अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। शिकायत पर पीएलए निवासी अमित सरदाना, सोनू और तीन अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले में आशीष ने केस दर्ज करने में देरी होने पर डीआइजी को शिकायत दी थी।