किसी पंथ, जाति, भाषा में नहीं बंधेंगे हमारे कबीर
आजाद नगर स्थित संत कबीर छात्रावास में वीरवार को संत गुरु कबीर की जयंती मनाई गई।
जागरण संवाददाता, हिसार।
आजाद नगर स्थित संत कबीर छात्रावास में वीरवार को संत गुरू कबीर दास जयंति के अवसर पर जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। समारोह में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा तथा श्रम-रोजगार एवं पुरातत्व-संग्रहालय राज्य मंत्री अनूप धानक ने शिरकत की। उन्होंने जिलावासियों को संत गुरू कबीर दास के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए संत कबीर दास मानवता, भाईचारे और समरसता के सबसे बड़े प्रतीक बताया। वे किसी एक वर्ग या समाज के नहीं बल्कि सर्व समाज के थे और उनकी वाणी समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए थी। इस अवसर पर चण्डीगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय भजन संध्या कार्यक्रम का भी सीधा प्रसारण किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिलावासियों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि संत गुरू कबीर दास के दोहों और भजनों में मानव जीवन का सार निहित जिसे अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है।
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कबीर पंथ निरपेक्षता का मार्ग
डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि कबीर पंथ निरपेक्षता का मार्ग हैं और हमारे देश का संविधान भी इसके लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए हम सभी को उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए और उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए। राज्यमंत्री अनूप धानक ने कहा कि संत कबीर को किसी पंथ, जाति, भाषा इत्यादि में नहीं बांधा जा सकता, बल्कि उनकी वाणी में समरसता, सरलता के साथ-साथ न्याय की शिक्षा मिलती है। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने भी संत गुरू कबीर दास जयंति की शुभकामनाएं दी। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं व गणमान्य लोगों को समानित किया गया। इस अवसर पर एसडीएम जगदीप सिंह, डीडब्ल्यूओ सीमा रानी, संस्था के प्रधान रोशन लाल, संरक्षक जोगीराम खुंडिया, रतन कुमार बडगूज्जर, कैप्टन तुलाराम, अत्तर सिंह सुरलिया, राजबीर खटक, चांदी राम खटक सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।