फतेहाबाद में शिक्षा विभाग के आदेश - स्कूल में आने वाले प्रत्येक बच्चे व अध्यापकों का हो कोरोना टेस्ट

फतेहाबाद स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर स्कूल में आने वाले सभी अध्यापकों व विद्यार्थियों का कोरोना टेस्ट करवाने के आदेश दिए है। जाखल खंड के राजकीय मिडल स्कूल गुल्लरवाला व करंडी स्कूल के तीन-तीन बच्चे कोरोना पाजिटिव हुए हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 01:34 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 01:34 PM (IST)
फतेहाबाद में शिक्षा विभाग के आदेश - स्कूल में आने वाले प्रत्येक बच्चे व अध्यापकों का हो कोरोना टेस्ट
फतेहाबाद में तीसरी लहर की आहट, फतेहाबाद में तीन दिनों में आए 11 कोरोना के मरीज, 6 विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फतेहाबाद में शुक्रवार को जाखल खंड के दो स्कूलों के छह विद्यार्थी कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग की नींद उड़ा दी है। आनन-फानन में आदेश भी जारी कर दिए गए है, कहीं न कहीं लापरवाही रही जिस कारण विद्यार्थी भी पाजिटिव हुए है। पिछले तीन दिनों का जिक्र करें तो जिले में 11 कोरोना के केस आ गए है। वहीं पूरे जुलाई महीने में महज 50 केस आए। ऐसे में देखा जाए तो कहीं यह कोरोना की तीसरी लहर की आहट तो नहीं है।

यहीं कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर स्कूल में आने वाले सभी अध्यापकों व विद्यार्थियों का कोरोना टेस्ट करवाने के आदेश दिए है। जाखल खंड के राजकीय मिडल स्कूल गुल्लरवाला व करंडी स्कूल के तीन-तीन बच्चे कोरोना पाजिटिव हुए हैं। ऐसे में सोमवार को यहां के सभी बच्चों व स्कूल स्टाफ के सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा जो बच्चे कोरोना पाजिटिव आए है उनके अभिभावकों के सैंपल भी लिए जाएंगे।

सैंपल न करवाने वालों पर होगी कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर स्कूलों में कोरोना टेस्ट करवाने के आदेश जारी करने के लिए कहा था। जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर दिए है। जिले में 16 जुलाई से कक्षाएं शुरू हुई थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर सर्वे भी करवाया था। जिसके बाद सामने आया था कि अनेक स्कूलों में न तो अध्यापक और न ही बच्चे मास्क लगा रहे है। इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को पत्र भी लिखा था, लेकिन इसका असर शायद नहीं हुआ। यहीं कारण था कि लापरवाहीं के कारण विद्यार्थी कोरोना पाजिटिव हो गए।

वैक्सीन का डाटा न भेजने वालों पर होगी कार्रवाई

स्कूलों के विद्यार्थी कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद अब शिक्षा विभाग भी सचेत हो गया। वहीं अध्यापकों का वैक्सीनेशन डाटा भी भेजने के आदेश दिए है। जो स्कूल डाटा नहीं देगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पिछले सप्ताह केवल 60 फीसद स्कूल संचालकों ने डाटा दिया है। वहीं फोन पर ली गई रिपोर्ट के अनुसार स्कूल में जा रहे 75 फीसद अध्यापकों ने वैक्सीन लगवा ली है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में भेजेगी मोबाइल वैन

सबसे पहले जाखल खंड के सभी स्कूलों में टेस्टिंग होगी। इसके लिए मोबाइल वैन व स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में जाएगी। टेस्टिंग के कारण स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या भी कम हो सकती है। जिले में दो मोबाइल वैन है। इसके लिए टीम के सदस्य हर स्कूल में जाकर वहीं पर सैंपल लेंगे ताकि विद्यार्थियों को अस्पताल में न आना पड़े। पिछले साल जब स्कूल खुले तो विद्यार्थियों को रिपोर्ट लेकर आनी पड़ रही थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है।

अब जाने सरकारी स्कूलों द्वारा वैक्सीन के लिए भेजा गया डाटा

जिले में सरकारी स्कूल : 629

स्कूलों ने दिया डाटा : 369

अध्यापकों ने लगवाई वैक्सीन की पहली डोज : 1312

अध्यापकों ने दोनों वैक्सीन की लगवाई डोज : 407

स्कूलों ने भेजा डाटा : 60

------सभी स्कूल संचालकों को आदेश जारी कर दिया गया है कि सभी अध्यापकों का वैक्सीनेशन करवाए और डाटा भी एप पर अपलोड करे। अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके अलावा सभी स्कूल संचालकों को आदेश जारी कर दिया है कि अगर स्वास्थ्य विभाग की टीम आए तो सभी कोरोना टेस्ट करवाए। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारियों को भी आदेश दिए है कि स्कूलों में जाकर निरीक्षण करे कहीं कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन तो नहीं हो रहा।

दयानंद सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद।

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