प्रधान, उप प्रधान और सचिव पद पर 99 में से 93 मतदाताओं ने डाला वोट, हाईकोर्ट पर ही निर्भर होगी गणना

जागरण संवाददाता हिसार बिश्नोई सभा के प्रधान उप प्रधान और सचिव पद पर रविवार को चुनाव क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:10 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 09:10 AM (IST)
प्रधान, उप प्रधान और सचिव पद पर 99 में से 93 मतदाताओं ने डाला वोट, हाईकोर्ट पर ही निर्भर होगी गणना
प्रधान, उप प्रधान और सचिव पद पर 99 में से 93 मतदाताओं ने डाला वोट, हाईकोर्ट पर ही निर्भर होगी गणना

जागरण संवाददाता, हिसार : बिश्नोई सभा के प्रधान, उप प्रधान और सचिव पद पर रविवार को चुनाव कराए गए। इस चुनाव में प्रधान और उप प्रधान पद पर दो दावेदार तो सचिव पद पर तीन दावेदारों को मतदान प्रक्रिया के बाद चुना जाना था। सुबह 11 बजे से ही चुनाव शुरू करा दिए गए। इन पदों पर चुनाव कराने के लिए 115 सदस्यों की सूची को आधार बनाया गया। जिमसें से लगभग 99 पदाधिकारी ही एक्टिव हैं। चुनाव हुए तो 99 में से 93 मतदाताओं ने तीनों पदों के लिए वोट दिए। मतदान की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शुरू होकर सायं चार बजे तक चली। खास बात है कि 99 मतदाताओं की सूची में एक 94 वर्षीय महिला मतदाता सरस्वती भी थी, जो पूरे जोश से बिश्नोई मंदिर सभा के लिए चुनाव करने पहुंची। इस उम्र में उनका सभा के लिए समर्थण पदाधिकारियों व सदस्यों के बीच चर्चा का विषय रहा। गौरतलब है कि कई राज्यों में बिश्नोई सभा से जुड़े सदस्य सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक रूप से खासी अहमियत रखते हैं।

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सायं पांच बजे मतपेटिकाओं रखे कमरे को किया सील

बिश्नोई सभा के चुनाव काफी अहम हैं। कोई भी गडबड़ी न करे इसके लिए चुनाव अधिकारी अधिवक्ता दीपक जैन और सहायक चुनाव अधिकारी अभिषेक ने प्रशासक वेद प्रकार की निगरानी में एक-एक मतपेटिकाओं को सील किया। इसके बाद इन्हें सुरक्षित कमरे में रखवाते ही कमरे के मुख्य दरवाजे को भी लकड़ी से सील कराया। इस पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रत्याशी की तरफ से कोई आपत्ति या विवाद की स्थित आई। हालांकि मत जरूर पेटिकाओं में बंद हो गया हो मगर मतगणना हाल फिलहाल नहीं होगी।

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हाईकोर्ट का है स्टे, अगली सुनवाई पर मतगणना की संभावना

बिश्नोई सभा के चुनावों को लेकर समाज से ही कुछ लोगों ने मतदाता सूची पर सवाल उठाते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोई ने चुनाव कराने की अनुमति दी थी मगर चुनाव के परिणाम पर अगली सुनवाई के लिए स्टे लगा दिया था। अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होनी है ऐसे में कुछ भी हो सकती है। न्यायालय पर ही निर्भर होगा कि वह सुनवाई में क्या फैसला लेती है। कोर्ट का फैसला आने के बाद मतों की गणना और विजेताओं के नामों की घोषणा होगी।

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बिश्नोई सभा चुनाव इसलिए है अहम

पिछले लंबे समय से बिश्नोई सभा और महासभा में स्वर्गीय चौधरी भजनलाल समर्थकों का ही दबदबा रहा है। कार्यकारिणी के चयन में आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई का भी अहम रोल रहा है। मगर इस बार कहानी कुछ अलग ही चल रही है। इस बार विरोधी गुट एकजुट दिखाई दिए। सूचना आयुक्त जय सिंह बिश्नोई भी शुरुआत से एक्टिव हैं। पिछले दिनों बैठकों में विरोधी गुट के बंटे हुए प्रत्याशियों को उन्होंने एकजुट भी किया था।

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इन पदों के लिए हुए थे चुनाव

बिश्नोई सभा के चुनाव के लिए प्रधान पद पर जगदीश चंद्र कड़वासरा, कृष्ण बैनीवाल, चांदीराम पूनिया, संजय ज्याणी ने दावेदारी पेश की थी। वही उप प्रधान पद पर रामकुमार इशरवाल, अमर सिंह, आत्माराम जाजूदा, सुरेंद्र कुमार तो सचिव पद पर मनोहर लाल, पालाराम, कृष्ण देव पंवार चुनावी मैदान में उतरे थे। सभी प्रत्याशी मौके पर पूरे समय व्यवस्थाओं में जुटे दिखाई दिए।

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