दिल्ली में एक सप्ताह के लॉकडाउन से बहादुरगढ़ में 90 फीसद फैक्ट्रियों में काम होगा प्रभावित, कामगारों का पलायन शुरू

दिल्‍ली में लॉकडाउन से बहादुरगढ़ में फैक्ट्रियां पूरी तरह बंद होंगी तो कहीं पर 30 से 40 फीसद तक उत्पादन में गिरावट आएगी। कुछ छोटी फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं और कुछ में काम कम होने के चलते यहां के कामगारों ने घर वापसी शुरू कर दी है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 05:36 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 05:36 PM (IST)
दिल्ली में एक सप्ताह के लॉकडाउन से बहादुरगढ़ में 90 फीसद फैक्ट्रियों में काम होगा प्रभावित, कामगारों का पलायन शुरू
दिल्ली में कर्फ्यू की घोषणा होते ही दिल्ली जाने वाली बसों व प्राइवेट वाहनों में लगी कामगारों की भीड़

बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सोमवार रात 10 बजे से लेकर 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा दिया है। इसका असर बहादुरगढ़ की इंडस्ट्री पर भी खासा रहेगा। दिल्ली से फैक्ट्री मालिकों, ऑफिशियल स्टाफ व कच्चे व तैयार माल का आवागमन बंद होने से यहां की 90 फीसद फैक्ट्रियों में कामकाज प्रभावित रहेगा। कहीं पर फैक्ट्रियां पूरी तरह बंद होंगी तो कहीं पर 30 से 40 फीसद तक उत्पादन में गिरावट आएगी। उधर, फैक्ट्रियों में कामकाज प्रभावित होने का सीधा असर कामगारों पर भी पड़ने वाला है। कुछ छोटी फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं और कुछ में काम कम होने के चलते यहां के कामगारों ने घर वापसी शुरू कर दी है।

बहादुरगढ़ के बस स्टैंड के अलावा दिल्ली की तरफ जाने वाले प्राइवेट वाहनों में कामगारों की संख्या ज्यादा देखी गई। कामगार इस बार समय से पहले ही घर वापसी करने लगे हैं। हालांकि अब तक जो भी कामगार घर जा रहा था, उसके पीछे का कारण शादी व अन्य समारोह और घरेलू काम था। मगर अब दिल्ली में कर्फ्यू लगने से कामगारों की घर वापसी तेज हो गई है। 500 से ज्यादा कामगार सोमवार को ही घर जाने के लिए दिल्ली की तरफ कूच कर गए हैं। जाखौदा गांव के बस स्टैंड, गौरिया पेट्रोल पंप के सामने से यूपी व बिहार की ओर जाने वाली ट्रैवलर्स की बसों में भी कामगारों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। कामगार एक हजार की जगह 1300 से 1600 रुपये तक किराया देने पर मजबूर हैं, मगर सुरक्षित तरीके से घर वापस जाना चाह रहे हैं।

बहादुरगढ़ में सात हजार से ज्यादा फैक्ट्रियां, 90 फीसद होंगी प्रभावित

बहादुरगढ़ में छोटी-बड़ी सात हजार से ज्यादा फैक्ट्रियां हैं। दिल्ली में कर्फ्यू के कारण सिर्फ 10 फीसद फैक्ट्रियां ही चल पाएंगी। ये वे फैक्ट्रियां हैं जो आवश्यक सेवाओं में आती हैं। जहां पर पैकेजिंग, दवाई व अन्य खाद्य पदार्थ बनते हैं। मगर 90 फीसद फैक्ट्रियां ऐसी हैं जो या तो जूते-चप्पल की हैं या फिर अन्य उपकरण बनाते हैं। ऐसे में ये फैक्ट्रियां पूरी तरह प्रभावित होंगे। इनमें से 50 फीसद तो बिल्कुल ही बंद हो जाएंगी और शेष में 30 से 40 फीसद उत्पादन कम हो जाएगा।

घर वापसी कर रहे कामगार बोले...फैक्ट्रियां ही नहीं चलेंगी तो यहां खाली बैठकर क्या करेंगे

फैक्ट्रियों में काम प्रभावित होने लगा है। दिल्ली में पहले दो दिन लगे कर्फ्यू और अब एक सप्ताह के कर्फ्यू की घोषणा से फैक्ट्री संचालकों में भी हड़कंप मच गया। कई फैक्ट्री संचालकों ने सीधे तौर पर कामगारों को फैक्ट्री बंद करने के लिए बोल दिया है। ऐसे में यहां काम करने वाले कामगारों ने घरों की तरफ रुख कर लिया है। इसके अलावा भारी संख्या में कामगार लॉकडाउन की आशंका के चलते घर लौट रहे हैं। दिल्ली जाने वाली बस में सवार बहादुरगढ़ की एक जूता फैक्ट्री में काम करने वाले गोरखपुर के नसीब, ब्रजेश द्विवेदी, परमानंद तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी बढ़ रही है।

दिल्ली की तरह यहां पर भी कर्फ्यू लग गया तो हमें काम ही नहीं मिलेगा। ऐसे में कम क्या खाएंगे। इससे अच्छा समय से पहले ही घर लौट जाएं। बुलंदशहर के रामू ने बताया कि वह अपने परिवार समेत यहां पर रहता है। एमआइई की एक फैक्ट्री में काम करता है। फैक्ट्री मालिक दिल्ली का रहने वाला है। दिल्ली में कर्फ्यू की वजह से उन्होंने काम बंद करने की सूचना दे दी। अब कोरोना महामारी कितने दिन चलेगी यह भी नहीं पता। ऐसे में परिवार समेत ही घर जाना पड़ रहा है। अगर लॉकडाउन लग गया तो बाद में पैदल जाना पड़ सकता है।

बहादुरगढ़ की 90 फीसद फैक्ट्रियों में कामकाज हो जाएगा ठप

बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क एसोसिएशन के वरिष्ठ उपप्रधान नरेंद्र छिकारा ने बताया कि दिल्ली में लगे कर्फ्यू से कामकाज बिल्कुल ठप हो जाएगा। न तो फैक्ट्रियों के मालिक ही आ पाएंगे और ना ही आफिशियल स्टाफ। साथ ही मैटीरियल का आवागमन भी नहीं होगा। ऐसे में यहां की 90 फीसद फैक्ट्रियां में उत्पादन ठप होने के आसार हैं। बस सिर्फ जरूरी सेवाओं वाली व कुछ अन्य लोग इधर-उधर से प्रबंध करके ही फैक्ट्रियां चलाएंगे।

दिल्ली पर आधारित फैक्ट्रियाें में उत्पादन होगा बंद:वरिंद्र

रिलेक्सो के वाइस प्रेजिडेंट वरिंद्र कुमार ने बताया कि बहादुरगढ़ में जो इंडस्ट्री दिल्ली पर आधारित है, उनमें उत्पादन बंद हो जाएगा, क्योंकि दिल्ली से रॉ मैटीरियल व स्टाफ नहीं आ पाएगा। हमारी भी एक-दो फैक्ट्रियों पर इसका असर रहेगा। अन्य फैक्ट्रियों में 30 से 40 फीसद उत्पादन में गिरावट आएगी। वे फिलहाल इन फैक्ट्रियों को चालू रखेंगे।

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