बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत, अब तक 40 से ज्यादा की जा चुकी जान
60 वर्षीय निर्भय सिंह की मौत हुई है। मोगा जिला के घोलिया खुर्द के किसान बहादुरगढ़ बस स्टैंड के सामने ठहरे हुए हैं। इन किसानों की ओर से ग्रीन बेल्ट पर एक किसान हवेली भी बनाई हुई है। यहां ठहरे निर्भय सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई।
हिसार, जेएनएन। बहादुरगढ़ चल रहे तीन कृषि कानून के विरोध में आंदोलन में शामिल होने आए घोलिया खुर्द के एक किसान की मौत हो गई। 60 वर्षीय निर्भय सिंह की मौत हुई है। मोगा जिला के घोलिया खुर्द के किसान बहादुरगढ़ बस स्टैंड के सामने ठहरे हुए हैं। इन किसानों की ओर से ग्रीन बेल्ट पर एक किसान हवेली भी बनाई हुई है। जो काफी आकर्षक है यहां ठहरे निर्भय सिंह की सुबह-सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई जिससे उसकी मौत हो गई । उसे जीवन ज्योति अस्पताल में ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माना जा रहा है कि निर्भय सिंह को भी हार्ट अटैक हुआ है।
बता दें कि बीते तीन महीनों में अकेले टिकरी बॉर्डर पर करीब 40 किसानों की मौत हो चुकी है। सर्दियों में खुले में सोने और वसायुक्त भोजन करने के कारण ज्यादातर को हार्ट अटैक हुआ। वर्तमान में ठंड भी हल्की कम हुई है। वहीं अब बीते तीन से चार दिनों से धुंध भी नहीं आ रही है। मगर अब एक और मौत हो गई है।
वहीं दिल का दौरा पड़ने से मौत होने का सिलसिला दिल्ली के साथ लगते कई बॉर्डरों पर सामने आ चुका है। हालांकि अब किसानों ने गर्मियों में धूप से बचने के इंतजाम करना शुरू कर दिया है। किसानों ने अब तंबू बनाने सही से शुरू कर दिए हैं। वहीं मिस्ट पंखे और कूलर भी मंगवाने शुरू कर दिए हैं। बहादुरगढ़ में तो पांच लाख रुपये की लागत से टेंट भी लगाया गया है ।
किसान अब प्रबंधन के तौर पर इस आंदोलन को चलाने में जुट गए हैं। उन चीजों को खुद खरीद रहे हैं जिनका किराया देना पड़ रहा था। किसानों ने और भी कई तरह के इंतजाम किए हैं। ग्रीन बेल्ट पर मिट्टी को समतल कर सब्जी उगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है तो वहीं आंदोलन स्थल के पास सजा सजावट का काम भी शुरू कर दिया गया है।
हिसार और आस-पास के जिलों की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें