खेदड़ में कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत के खाते से निकाली डेढ़ करोड़ की राशि

संवाद सहयोगीबरवाला खंड बरवाला के गांव खेदड़ में कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 06:43 AM (IST) Updated:Thu, 18 Feb 2021 06:43 AM (IST)
खेदड़ में कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत के खाते से निकाली डेढ़ करोड़ की राशि
खेदड़ में कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत के खाते से निकाली डेढ़ करोड़ की राशि

संवाद सहयोगी,बरवाला : खंड बरवाला के गांव खेदड़ में कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत के खाते से एक करोड़ 47 लाख की राशि अग्रिम निकालने का मामला सामने आया है। इस संदर्भ में गांव के पूर्व सरपंच शमशेर सिंह शेरू समेत अनेक लोगों ने जिला उपायुक्त हिसार से मिलकर एक लिखित शिकायत सौंपी है। इतना ही नहीं इस मामले में पहले भी यहां पर इसी प्रकार राशि निकाली गई थी तो उस बारे में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिनके पास पंचायत विभाग भी है। उनको भी व्यक्तिगत रूप से मिलकर ग्रामीणों ने लिखित शिकायत की थी। पूर्व सरपंच ने दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री से मांग की है कि उन्होंने इस संदर्भ में कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसलिए उपरोक्त मामले में कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। शमशेर सिंह के अलावा सतीश कुमार, अमरजीत, नरेश कुमार, वजीर सिंह, जगबीर, अनूप सिंह, जयपाल, राजकुमार व अमरलाल सहित अन्य ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से मिलकर लिखित शिकायत में मांग की है कि ग्राम पंचायत खेदड़ के खाते से खंड विकास व पंचायत कार्यालय बरवाला के एक अधिकारी ने जो अग्रिम राशि निकलवाई है। उसे वापस जमा करवाया जाए तथा ग्राम पंचायत खेदड़ के खाते से पैसे की निकासी पर रोक लगाई जाए। इतना ही नहीं उपरोक्त अधिकारी और एक सचिव के खिलाफ जिन लोगों ने कथित मिलीभगत करके उपरोक्त राशि निकलवाई उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उनको पद से हटाए जाने की मांग की गई है। पूर्व सरपंच शमशेर सिंह ने बताया कि इन लोगों ने भारी.भरकम राशि कार्य शुरू करने से पहले ही ग्राम पंचायत के खाते से अग्रिम निकाल ली। पंचायती राज एक्ट के अनुसार कार्य करने से पहले अग्रिम राशि नहीं निकाली जा सकती। अधिकारियों ने पहले भी एक करोड़ की राशि निकाली थी। उसके बारे में भी उन्हें लिखित में शिकायत दी थी। उस जांच में खंड विकास व पंचायत कायरलय के एक अधिकारी और एक सचिव दोषी पाए गए थे। उन दोनों को जिला उपायुक्त द्वारा ही कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। उस नोटिस को दिए हुए भी 40 दिन का समय बीत चुका है। परंतु उनके खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से अपील की है कि सभी खातों को चेक करवाया जाए। जो राशि पहले निकाली गई थी। उसकी जांच अधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्ट में यह साबित हो गया था कि मौके पर केवल 4 से 5 लाख तक की सामग्री ही उपलब्ध थी। उपरोक्त दो अधिकारी मिलकर ही ग्राम पंचायत के पैसों का दुरुपयोग कर रहे थे। आरोप है कि ग्राम पंचायत में जिस प्रशासनिक अधिकारी को नियुक्त किया गया है। उसी अधिकारी ने कार्य शुरू करने से पहले ही कथित रूप से यह राशि निकाल ली।

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इससे पूर्व भी जब ग्राम पंचायत खेदड़ के खाते से बगैर कार्य के ही राशि निकाली गई थी तो उस समय शिकायत के आधार पर एसडीएम बरवाला ने जांच की थी। उस जांच के बाद जिला उपायुक्त हिसार ने खंड विकास व पंचायत अधिकारी बरवाला तथा ग्राम सचिव को 7 जनवरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उसमें यह कहा गया था कि एसडीएम बरवाला की जांच रिपोर्ट के अनुसार उन पर जो आरोप है वह सही पाए गए हैं। इसलिए वह तीन दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण दें। परंतु उस नोटिस को दिए हुए भी काफी समय व्यतीत हो चुका है। उस पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस लिखित कारण बताओ नोटिस की प्रतियां भी शिकायत के साथ लगाई गई है और इन्हें सूचना का अधिकार के तहत निकलवाया गया है।

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