Omicron Virus Alert: विदेश से आने वाले लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की खास नजर, आरटीपीसीआर टेस्ट का बढ़ा दायरा
झज्जर स्वास्थ्य विभाग विदेश से आने वालों से संपर्क साधते हुए अपडेट भी ले रहा है। साथ ही उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत अपने घर में ही रहने की सलाह भी दे रहा है। जबकि सैंपलिंग के दायरे की बात करें तो वह पहले से काफी बढ़ा दिया गया है।
झज्जर, जागरण संवाददाता। झज्जर मे वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की खास नजर अब उन लोगों पर आन टिकी हैं। जो कि विदेश यात्रा करने के बाद जिला में आए हैं। एक दिसंबर तक के आंकड़े की बात करें तो 35 यात्रियों की सूची विभाग के पास पहुंची है। जिनमें से सात की स्क्रीनिंग होना शेष है। कुल मिलाकर, रोजाना शाम को अपडेट होने वाली सूची का इंतजार किया जा रहा है।
कोरोना सैंपलिंग की बढ़ी दर, जागरुकता के लिए चल रही मुहिम
विभाग को मंत्रालय से मिल रही सूची के आधार पर जिला स्वास्थ्य विभाग उन सभी से संपर्क साधते हुए अपडेट भी ले रहा है। साथ ही उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत अपने घर में ही रहने की सलाह भी दे रहा है। जबकि, सैंपलिंग के दायरे की बात करें तो वह पहले से काफी बढ़ा दिया गया है। बहुत जल्द इस आंकड़े को दो हजार रोजाना तक ले जाया जाएगा। इसमें सबसे पहले चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक कर्मचारी को अपने सैंपल कराए जाने के निर्देश सिविल सर्जन डा. संजय दहिया द्वारा दिए गए है।
प्रदेशाध्यक्ष दिखाएंगे वैक्सीनेशन जागरुकता वाहनों को हरी झंडी
इधर, वैक्सीनेशन को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे लाभार्थियों को जागरुक करने की कड़ी में अब भाजपा के स्तर पर भी डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाना है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष औम प्रकाश धनखड़ वीरवार को जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय से तीन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। जो कि गांव-गांव तक पहुुंचते हुए लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत बरती जाने वाली सावधानियों सहित वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित करेगा। कुल मिलाकर, मकसद साफ है कि नए वैरिंएट के एक्टिव होने से पहले ही जमीनी स्तर पर के कार्य को निपटा लिया जाए।
टेस्ट की क्षमता बढ़ाते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट का बढ़ा दायरा
प्रशासन नए वायरस के खतरे को देखते हुए पहले से सतर्त हो चुकी है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने आरटीपीसीआर के दायरे को बढ़ा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार नए वायरस के चैकअप के 8 दिन तक लगातार सैंपल करवाने हैं। जिसमें अगर रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो मरीज को कोरोना प्रोटोकोल के अनुसार उपचार दिया जाएगा।