अब हिसार में 499 रुपये में कराएं कोरोना आरटी पीसीआर टेस्ट, इससे ज्यादा ले तो करें शिकायत

आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए 499 रुपये का अधिकतम रेट तय किया गया है। इससे अधिक रुपये मांगने पर आप प्रशासन को शिकायत कर बता सकते हैं। तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यही टेस्ट अगर घर पर जाकर लिया जाता है तो इसके लिए आपको 699 रुपये का भुगतान करना होगा।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 11:44 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 11:44 AM (IST)
अब हिसार में 499 रुपये में कराएं कोरोना आरटी पीसीआर टेस्ट, इससे ज्यादा ले तो करें शिकायत
हिसार में कोरोना के रेपिड एंटिजन टेस्ट के लिए 500 रुपये भुगतान करना होगा

हिसार, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामले के बाद प्रशासन ने टेस्टिंग पर निगरानी रखनी शुरू कर दी हे। अब अगर आप किसी निजि टेस्टिंग लैब में कोरोना टेस्ट के लिए जा रहे हैं और आपसे कोई अधिक रुपये मांग रहा है तो आप उसकी शिकायत प्रशासन से कर सकते हैं। मौजूदा समय में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए 499 रुपये का अधिकतम रेट तय किया गया है। इससे अधिक रुपये मांगने पर आप प्रशासन को शिकायत कर बता सकते हैं। तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

यही टेस्ट अगर घर पर जाकर लिया जाता है तो इसके लिए आपको 699 रुपये का भुगतान करना होगा। वहीं सीबीनाट टेस्ट के लिए 2400 रुपये का भुगतान करना होगा तो ट्रूनाट टेस्ट कराने के लिए 1250 रुपये लगेंगे। इसके साथ ही रेपिड एंटिजन टेस्ट के लिए 500 तथा आइजीजी आधारित अलाइजा टेस्ट के लिए 250 रुपये की अधिकतम दर तय की गई है।

अधिक रेट की वसूली करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

डीसी डा. प्रियंका सोनी ने यह साफ कर दिया कि अगर कोई निजी लैब संचालक इन दरों से ज्यादा का रेट लेता है और प्रशासन की जांच में यह सिद्ध होता है तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मगर इसके लिए लोगों को कोई सुबूत दिखाना होगा कि कैसे भुगतान अधिक दिया है। ऐसे में जब भी कोई टेस्ट कराएं संबंधित लैब से टेस्ट करवाने के बाद बिल अवश्य जरूर लें। बिल के माध्यम से साबित होगा कि अापसे कितना चार्ज लिया गया है। बिल देना सभी लैब संचालकों को अनिवार्य है।

इधर.. मास्क को लेकर बढ़ रही सख्ती

कोरोना संक्रमितों के मामले दिनों दिन बढ़ रहे हैं। मंगलवार को 549 कोरोना संक्रमित मिले हैं। ऐसे में मास्क काे लेकर दिनभर शहर में पुलिस अधिकारियों व ट्रेफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई अमल में लाई गई। बिना मास्क वालों के 715 चालान किए गए हैं। इस हिसाब से 3.57 लाख रुपये मास्क के चालान से सरकारी राजस्व में गए हैं।

chat bot
आपका साथी