हिसार में आइडीटीआर के लिए जमीन तय करने की कवायद शुरू, लाइसेंस बनवाने व वाहनों संबंधी होंगे काम

हिसार में आइडीटीआर बनाने के लिए करीब पांच वर्ष पहले निर्देश आए थे मगर इतने वर्षों में क्षेत्रीय परिवहन विभाग जमीन नहीं देख पाया। अब फिर से इस प्रोजेक्ट पर कवायद शुरू हुई है। इसके तहत राजकीय पशुधन फार्म (लाइवस्टॉक फार्म) पर करीब 30 एकड़ जगह मांगी गई है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 01:41 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 01:41 PM (IST)
हिसार में आइडीटीआर के लिए जमीन तय करने की कवायद शुरू, लाइसेंस बनवाने व वाहनों संबंधी होंगे काम
आइडीटीआर में ट्रेनिंग प्रोग्राम संग ड्राइविंग लाइसेंस, प्रोसेस, ड्राइविंग सेफ्टी के लिए हेंड सिग्नल, ट्रैफिक सिग्नल आदि की जानकारी मिलेगी

हिसार, जेएनएन। वाहनों की सड़क पर स्थिति में सुधार लाने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को लेकर प्रदेश के प्रत्येक जिला में आइडीटीआर यानि इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च की स्थापना की जानी थी। मगर अभी तक दो ही जिलों में यह संस्थान बना है। बाकी जिलों में किसी न किसी कारण से यह प्रोजेक्ट अधर में अटका हुआ है। हिसार में इसे बनाने के लिए करीब पांच वर्ष पहले निर्देश आए थे मगर इतने वर्षों में क्षेत्रीय परिवहन विभाग जमीन नहीं देख पाया। अब फिर से इस प्रोजेक्ट पर कवायद शुरू हुई है।

इसके तहत राजकीय पशुधन फार्म (लाइवस्टॉक फार्म) पर करीब 30 एकड़ जगह मांगी गई है। क्षेत्रिय परिवहन विभाग और पशुधन फार्म के बीच लगातार पत्राचार शुरू हो गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इसके लिए जमीन फाइनल हो जाएगी। इससे पहले भी विभाग कई स्थानों पर जमीन देख चुका है मगर वह भी निश्चित नहीं हो पाई। प्रदेश में मौजूदा समय में रोहतक व एक अन्य जिले में यह सुविधा मौजूद है।

सिरसा रोड पर बन सकता है आइडीटीआर, मांगी सजरा रिपोर्ट

अभी तक की प्रगति के अनुसार क्षेत्रिय परिवहन विभाग ने सिरसा रोड पर जमीन फाइनल की है। यह जमीन राजकीय पशुधन फार्म की है। लैंड ट्रांसफर होने के बाद ही निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिएक ग्रांट भी पहले से ही आ गई है। अगर यह काम हुआ तो आने वाले समय में चालक यातायात नियमों के बारे में अच्छे से जान सकेंगे साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने पर भी काम किया जाएगा। मौजूदा समय में राजकीय पशुधन फार्म ने क्षेत्रिय परिवहन विभाग से चयनित जमीन की सजरा रिपोर्ट मांगी है। दोनों ही विभाग के सचिव स्तर से जमीन ट्रांसफर का फैसला लिया जाना अभी लंबित है।

लाइसेंस से लेकर वहानों के सभी कार्य आइडीटीआर में होंगे

इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रेफिक रिसर्च बनने के बाद आरटीए कार्यालय वहीं शिफ्ट हो जाएगा। इस इंस्ट्रीट्यूट में ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाएंगे, ड्राइविंग लाइसेंस, उनका प्रोसेस, ड्राइविंग सेफ्टी के लिए हेंड सिग्नल, ट्रैफिक सिग्नल, सड़क पर नियम, सुरक्षित ड्राइविंग टिप्स, मेंटिनेंस टिप्स, पर्यावरण को लेकर ध्यान देने योग्य जानकारियां, दुर्घटनाओं की स्थिति का प्रशिक्षण मिल सकेगा।

--------आइडीटीआर के लिए सिरसा रोड पर हमने जमीन चिन्हित की है। आगे की प्रक्रियाएं पशुधन फार्म के साथ चल रही हैं। हम पत्र लिखकर लगातार संपर्क में बने हुए हैं।

-----डा. सुनील कुमार, सचिव, क्षेत्रिय परिवहन विभाग

-----आइडीटीआर के लिए क्षेत्रिय परिवहन विभाग के साथ पत्राचार चल रहा है। उनसे कुछ दस्तावेज हमने मांगे हैं। जल्द ही जमीन को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा।

-----डा. एसके बागौरिया, निदेशक, राजकीय पशुधन फार्म

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