Fatehabad News: जिला प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, शहर में पानी निकासी की पाइप लाइन डालने का तैयार नहीं हुआ प्रपोजल

फतेहाबाद में हर बरसात में अधिकतर सड़कें तालाब का रूप ले लेती है। जिले में कई ऐसे क्षेत्र है जहां 30 साल पहले सीवरेज लाइन डाली गई थी। ऐसे में पहले छोटी पाइप लाइन थी पानी निकासी होना मुश्किल है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:45 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:45 PM (IST)
Fatehabad News: जिला प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, शहर में पानी निकासी की पाइप लाइन डालने का तैयार नहीं हुआ प्रपोजल
फतेहाबाद में जिला प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही।

फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद पिछले तीन दिनों से जिले में झमाझम बरसात होने से अधिकतर सड़कों ने तालाब का रूप ले लिया था। लोगों के घरों में पानी चला गया। ऐसे में कई लोगों को तो घर की छतों पर डेरा डालना पड़ा। फतेहाबाद जिला बने हुए 24 साल बीत गए है। ऐसे में पूरे शहर में पानी निकासी के लिए अलग से पाइप लाइन नहीं डाली गई है। अब जो पानी निकासी हो रहा है वो केवल सीवरेज लाइन के माध्यम से हो रहा है। ऐसे में एक साथ पानी व सीवरेज की लाइन को चलाना मुश्किल है। यहीं कारण है कि शहर में बरसात बंद होने के चार से पांच घंटे बाद पानी की निकासी हो रहा है।

जिले में हर साल दर साल बरसात अधिक हो रही है। दुकानदार विधायक व जिला प्रशासन के सामने पानी निकासी की समस्या रखते है, लेकिन न तो अधिकारी कदम उठा रहे है और न ही विधायक। पिछले 24 सालों में अनेक विधायक आए, लेकिन एक भी नेता ने शहर में पानी निकासी की पाइप लाइन डालने के लिए मुद्​दा तक नहीं उठाया। फतेहाबाद ही नहीं बल्कि टोहाना, रतिया व भूना में भी पानी निकासी के लिए अलग से पाइप लाइन नहीं डाली गई है।

अधिकरत क्षेत्र में 30 साल पहले डाली गई थी सीवरेज लाइन

जिले में कई ऐसे क्षेत्र है जहां 30 साल पहले सीवरेज लाइन डाली गई थी। ऐसे में पहले छोटी पाइप लाइन थी, पानी निकासी होना मुश्किल है। ऐसा नहीं कि जनस्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में मामला नहीं, लेकिन प्रोजेक्ट बड़ा होने के कारण कोई इस मुद्​दे को उठाने का तैयार नहीं है।

जब भी बरसात होती है तो शहर के तीन से चार प्वाइंट ऐसे है जहां पानी दो फुट तक भर जाता है। इनमें अरोड़वंश धर्मशाला रोड, जवाहर चौक व बीघड़ रोड है। यहां से पानी निकासी के लिए कोई प्रबंध नहीं है। यह शहर का सबसे नीचा क्षेत्र भी है। ऐसे में पानी के बहाव को भी नहीं रोका जा सकता। वही कबीर बस्ती, अशोक नगर व जाट धर्मशाला के सामने सीवरेज लाइन की सफाई तक नहीं। एक दिन पूर्व आई बरसात के कारण सीवरेज लाइन भी ओवरफ्लो हो गई थी।

बरसात बंद होने के बाद भी तालाब बनी रहती है सड़कें

जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो शहर में बरसात बंद होने के पांच घंटे बाद पूरे शहर से पानी निकलता है। ऐसे में पिछले दो दिनों तक तो पूरे दिन बरसरात हुई और पानी देर रात तक निकला। धर्मशाला रोड से तो 24 घंटे तक पानी पड़ा रहा। ऐसे में यहां पर रहने वाले दुकानदारों का जीना मुहाल है।

जल्द तैयार करना होगा प्रोजेक्ट तैयार

बरसाती सीजन में अगर पानी निकासी की समस्या से निजात दिलाना है तो पूरे शहर में पानी निकासी की पाइप लाइन डालनी होगी। इसके लिए विधायक से लेकर जिला प्रशासन को बैठक करके प्रोजेक्ट तैयार करना होगा। हर गली में सीवरेज लाइन के साथ पानी निकासी की पाइप लाइन डालनी होगी। अगर ऐसा हो जाता है तो पूरे शहर में पानी निकासी की समस्या दूर हो जाएगी। जनस्वास्थ्य विभाग इसके लिए प्लानिंग भी तैयार कर रहा है। शहर में कुछ जगह पानी भराव को लेकर शिकायत आई थी। जनस्वास्थ्य विभाग जल्द ही प्रोजेक्ट तैयार करेगा ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।

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