सिरसा के रोड़ी गांव में दो एकड़ में बनेगी नानक बगीची, वन्य जीवों की भी होगी शरणस्थली

सिरसा जिले में आक्सीजन की कमी को दूर करने और वन्य जीवों को शरणस्थली उपलब्ध कराने के लिए नानक बगीची लगा रहा है। शुरुआत रोड़ी गांव के किसान मनप्रीत सिंह के खेत से हुई है जहां सवा दो एकड़ में 280 पौधे लगाए गए हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:41 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:41 PM (IST)
सिरसा के रोड़ी गांव में दो एकड़ में बनेगी नानक बगीची, वन्य जीवों की भी होगी शरणस्थली
पंजाब के फाउंडेशन के साथ मिलकर सिरसा में शुरू हुआ पौधे लगाने का कार्य

सिरसा, जेएनएन। पंजाब में हरियाली को लेकर कार्य करने वाले राउंड गुलाब फाउंडेशन अब सिरसा जिले में आक्सीजन की कमी को दूर करने और वन्य जीवों को शरणस्थली उपलब्ध कराने के लिए नानक बगीची लगा रहा है। शुरुआत रोड़ी गांव के किसान मनप्रीत सिंह के खेत से हुई है जहां सवा दो एकड़ में 280 पौधे लगाए गए हैं। फाउंडेशन की ओर से पौधे फ्री उपलब्ध करवाए गए हैं जबकि देखभाल का दायित्व युवा किसान मनजीत सिंह उठाएंगे। फाउंडेशन से जुड़े झोरड़नाली के स्वराज सिंह ने बताया कि नानक बगीची में हर वो पुराने पौधे हैं जो अब विलुप्त हो रहे हैं। इनमें आक्सीजन देने वाले पौधों की मात्रा अधिक है और इनमें पीपल जैसे पौधे शामिल हैं। इसके अलावा औषधीय पौधे भी इस बगीची का हिस्सा होंगे। स्वराज ने बताया कि पहले वह अपने खेत में करीबन एक एकड़ में बगीची लगाना चाहता था लेकिन पानी की उपलब्धता नहीं है। उसने घर में ही 40 पौधों की बगीची तैयार की है।

विलुप्त होते पक्षियों को बचाया जा सकेगा

उन्होंने बताया कि नानक बगीची में उन पौधों को शामिल किया गया है जो पक्षियों के लिए सहारा बनेंगे। जंगल क्षेत्र रहा नहीं जिसका नुकसान पक्षियों को हुआ है। अब फिर से उसी तरह के छोटे वन क्षेत्र बनाए जाएंगे जिसकी शुरुआत दो एकड़ भूमि से हो चुकी है और जल्द ही पांच सौ एकड़ भूमि पर अलग-अलग जगह वन क्षेत्र के लिए नानक बगीची तैयार होगी। इससे न केवल पक्षियों को आसरा मिलेगा बल्कि उन्हें खाने के लिए भोजन की तलाश में बाहर नहीं जाना होगा बल्कि यहीं पर अलग-अलग तरह के फलदार पौधे लगाए जाएंगे।

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