किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए पंजाब के गांवों में फिर जुटाया जा रहा धन और राशन
जोगेंद्र सिंह उगराहा ने कहा दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को पांच माह से ज्यादा का समय हो गया है। सरकार की ओर से उनकी मांग नहीं मानी जा रही है। किसान गेहूं की फसल की कटाई पूरी कर चुका है। अब फिर से आंदोलन को मजबूती दी जाएगी।
बहादुरगढ़, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा के प्रदेशाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह उगराहा ने बहादुरगढ़ बाईपास पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को पांच माह से ज्यादा का समय हो गया है। सरकार की ओर से उनकी मांग नहीं मानी जा रही है। ऐसे में किसान गेहूं की फसल की कटाई पूरी कर चुका है। अब फिर से आंदोलन को मजबूती दी जाएगी। इसके लिए पंजाब के गांवों में अगले छह महीनों के लिए राशन लेना शुरू कर दिया है। इस बार किसानों की ओर से हजारों में नहीं बल्कि लाखों रुपये में फंड जुटाया जा रहा है।
जोगेंद्र उगराहा ने बताया कि कहानी इस बिंदु पर पहुंच गई है कि किसान बड़ी मात्रा में धनराशि दान करके वाट्सएप ग्रुपों में रसीदें डाल रहे हैं और पंजाब में बड़ी संख्या में गांवों से दिल्ली आने की तैयारी चल रही है। आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर और छोटे व्यापारी फिर से दिल्ली मोर्चा में शामिल होंगे। कोरोना को लेकर भी जाेगेंद्र सिंह उगराहा ने कहा कि सरकार इस महामारी का भय दिखाकर आंदोलन को खत्म करना चाह रही है। यह कोई महामारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसी भी धरने के दौरान कोई दवा, कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं दी गई है। ऐसे में सरकार सिर्फ कोराेना का बहाना बनाकर आंदोलन को खत्म करना चाह रही है लेकिन हम अपनी मांग पूरी होने तक आंदोलन को किसी भी सूरत में खत्म नहीं होने देंगे। सभा को दीना सिंह सिविया, लुधियाना से गुरप्रीत सिंह नुरपुरा, बठिंडा से राजविंदर सिंह राजू, हरबंस सिंह, बहादुर सिंह, कुलदीप सिंह और गुरदेव सिंह ने संबोधित किया।