किसान आंदोलन में सामूहिक दुष्कर्म: पुलिस आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी में, सिर्फ एक आरोपित हुआ गिरफ्तार
मामले में तीन आरोपितों की गिरफ्तारी होनी है। इनमें अनूप चानौत अंकुर सांगवान और जगदीश बराड़ शामिल हैं। अनूप और अंकुर पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम भी रखा है। एफआइआर में शामिल दो महिला आरोपितों को क्लीन चिट मिल सकती है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। बंगाल से आंदोलन में आई 25 वर्षीय युवती से टीकरी बॉर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस अब आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी कर रही है। इस मामले में अभी तक एक ही मुख्य आरोपित अनिल मलिक की गिरफ्तारी हुई है, मगर एफआइआर दर्ज हुए ढाई महीने से ज्यादा वक्त हो चुका है।
अभी इस मामले में तीन आरोपितों की गिरफ्तारी होनी बाकी है। इनमें अनूप चानौत, अंकुर सांगवान और जगदीश बराड़ शामिल हैं। इनमें से अनूप और अंकुर पर तो 25-25 हजार का पुलिस की ओर से इनाम रखा हुआ है। हालांकि एफआइआर में दो महिला वालंटियर को भी नामजद किया गया था, मगर उनकी इस मामले में अभी तक की जांच में कोई भूमिका सामने नहीं आई है। उनसे पूछताछ में पुलिस को जो जानकारी मिली, वह सही पाई गई थी। ऐसे में पुलिस इन दोनों को क्लीन चिट दे सकती है। मगर, ऐसा अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही हाेगा।
अनूप चानौत की अग्रिम जमानत अर्जी लंबित
इस बीच मुख्य आरोपित अनूप चानौत की अग्रिम जमानत अर्जी भी हाईकोर्ट में लंबित है। पिछले दिनों उसकी जमानत अर्जी झज्जर की जिला एवं सत्र अदालत से खारिज हो गई थी। जबकि अंकुर सांगवान की अग्रिम जमानत अर्जी सत्र अदालत के बाद हाईकोर्ट में भी खारिज हो गई थी।
8 मई को बहादुरगढ़ शहर थाना में दर्ज हुई थी एफआइआर
गौरतलब है कि बंगाल की युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले में बहादुरगढ़ के शहर थाना में आठ मई को एफआइआर दर्ज हुई थी। जबकि युवती की कोरोना से मौत 30 अप्रैल को हो गई थी। बाद में दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम यानी एसआइटी का गठन कर दिया गया था। पुलिस ने 25 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की और आरोपित अनिल मलिक की गिरफ्तारी के बाद दावा किया कि युवती से पहले बंगाल से यहां आते समय ट्रेन में दुष्कर्म हुआ था। बाद में टीकरी बॉर्डर पर भी उसको ब्लैकमेल करके उसके साथ दुष्कर्म हुआ था।