हिसार में अप्रैल से कई गुना खतरनाक साबित हो रहा मई, पहले 6 दिन में ही संक्रमण के 6358 मामले मिले
अप्रैल महीने में इसके बाद लगातार कोरोना के मामले बढ़े और कोरोना के कुल 12318 मामले मिलें। वहीं इन मामलों से आधे से अधिक तो सिर्फ मई के 6 दिनों में आ चुके है। अगर संक्रमण की यही रफ्तार रही तो स्थिति और खतरनाक हो सकती है।
हिसार, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के मामले में अप्रैल से ज्यादा खतरनाक मई साबित हो रहा है। मई के पहले 6 दिनों में कोरोना के 6358 मामले सामने आ चुके है। इन मामलों की अप्रैल महीने के पहले 6 दिनों से तुलना करें तो अप्रैल में सिर्फ 256 मामले मिले थे। लेकिन अप्रैल महीने में इसके बाद लगातार कोरोना के मामले बढ़े और कोरोना के कुल 12318 मामले मिलें। वहीं इन मामलों से आधे से अधिक तो सिर्फ मई के 6 दिनों में आ चुके है। अगर संक्रमण की यही रफ्तार रही तो स्थिति और खतरनाक हो सकती है। वहीं कोरोना से मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है अप्रैल महीने की शुरुआत से लेकर अब तक 200 से अधिक मौत के मामले सामने आ चुके है।
सैंपलिंग बढ़ा दी लेकिन रिपोर्ट चार दिन बाद भी नहीं मिल रही -
जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सैंपलिंग बढ़ाई। अब विभाग की तरफ से रोजाना करीब 4 हजार सैंपल किए जा रहे है। लेकिन रिपोर्ट 4 दिन बाद भी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सैंपलिंग बढ़ाने का फैसला भी संक्रमण को रोकने में सफल हाेता नजर नहीं आ रहा है। अगर 4-5 दिन तक रिपोर्ट ही नहीं मिलेगी तो संक्रमण अधिक फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है। क्योंकि रिपोर्ट आने से पहले विभाग की तरफ से सिर्फ एहतियात बरतने के लिए बोल दिया जाता है। वहीं रिपोर्ट के पॉजिटिव आने से पहले कोई एहतियात भी नहीं बरतता, जिससे संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अधिक सैंपलिंग और जल्द रिपोर्ट आने से ही संक्रमण पर काबू पाया गया था। उस दौरान भी करीब चार सैंपल प्रतिदिन लिए जा रहे थे, लेकिन रिपोर्ट भी दूसरे दिन मिल जाती थी। लेकिन अब वर्कलोड अधिक होने से अग्रोहा, एनआरसी और अन्य लैब में भेजे जा रहे सैंपल की रिपोर्ट जल्द नहीं आ पा रही।
-----------------
मई मिले मामले
6 मई - 1193
5 मई - 985
4 मई - 1248
3 मई - 1156
2 मई - 879
1 मई - 897
-----------------
अप्रैल के पहले 6 दिन -
1 अप्रैल 30
2 अप्रैल 34
3 अप्रैल 49
4 अप्रैल 45
5 अप्रैल 49
6 अप्रैल 49