हिसार में रेमडेसिविर की बड़े स्तर पर हो रही कालाबाजारी, पांच मरीजों की मौत मामले में भी उठा था मुद्दा

होली अस्पताल का मेडिकल स्टोर मालिक अरुण खुराना कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए जाने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर को ब्लैक कर 40000 रुपए में बेच रहा था। स्टिंग ऑपरेशन के जरिये सीनियर ड्रग कंट्रोलर और पुलिस ने बोगस ग्राहक बनाकर रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पर्दाफाश किया है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 11:08 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 11:08 AM (IST)
हिसार में रेमडेसिविर की बड़े स्तर पर हो रही कालाबाजारी, पांच मरीजों की मौत मामले में भी उठा था मुद्दा
रेमडेसिविर इंजेक्शन 27 से 35 हजार रुपये में मिल रहा है जबकि इसकी वास्तविक कीमत 3200 के लगभग है

हिसार, जेएनएन। रेमडेसिविर इंजेक्शन की हिसार में बीते कई दिनों से बड़े स्तर पर कालाबाजारी हो रही है। रविवार को जिले में ऐसा एक ही मामला सामने आया है। लेकिन इससे पहले भी ऐसे कई मामले आ चुके है, जब मरीजों के स्वजनों ने अपने स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन को 27 से 35 हजार रुपये में खरीदा है। जबकि इसकी वास्तविक कीमत 3200 से 3490 रुपये के बीच है। लेकिन इन मामलों में किसी तरह की जांच नहीं हो पाई थी। जिसके चलते रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का इससे पहले खुलासा नहीं हो पाया था।

गौरतलब है कि होली अस्पताल का मेडिकल स्टोर मालिक अरुण खुराना कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए जाने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर को ब्लैक कर 40,000 रुपए में बेच रहा था। स्टिंग ऑपरेशन के जरिये सीनियर ड्रग कंट्रोलर और पुलिस ने बोगस ग्राहक बनाकर रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पर्दाफाश किया है। इस मामले में अरुण खुराना के साथ भतीजे पार्थ खुराना को भी गिरफ्तार किया गया है।

जानिए...रेमेडेसिविर इंजेक्शनर की कालाबाजारी के कुछ अन्य मामलों के बारे में -

केस - 1 : शहर के निजी अस्पताल में हाल ही में ऑक्सीजन की कमी से पांच मरीजों की मौत हो गई थी। उस दौरान स्वजनों ने आरोप लगाया था कि संक्रमितों को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए थे, यह इंजेक्शन वह अपने स्तर पर खरीद कर लाए थे। स्वजनों ने बताया था कि प्रति इंजेक्शन 25 हजार रुपये देकर कुल 6 इंजेक्शन लिए थे। वहीं अन्य संक्रमित के स्वजन ने 31 हजार रुपये में इंजेक्शन खरीदने की बात कही थी। वहीं इस मामले में निजी अस्पताल के चिकित्सक ने एक मरीज के स्वजन से लेटर पैड पर लिखवाया भी था कि वह इंजेक्शन अपने स्तर पर खरीद कर लाया है और इसका जिम्मेदार वह स्वयं होगा।

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केस - 2 : युवक का दावा - तीन जगह से ले चुका है कालाबाजारी में रेमेडेसिविर इंजेक्शन -

हांसी निवासी एक युवक ने बताया कि हिसार में तीन जगहों से रेमडेसिविर इंजेक्शन 30 से 40 हजार रुपये के बीच खरीद चुका है। यह इंजेक्शन उसने एक व्यक्ति से सेक्टर 13 में खरीदा था। वहीं दो इंजेक्शन शहर की अन्य दो जगहों से किसी मेडिकल कर्मी से खरीदा था। युवक ने बताया कि उसकी मां ने सीएमओ को फोन किया था और कहा था उन्हें ब्लैक में इंजेक्शन मिल रहा है। युवक ने बताया कि सीएमओ ने उस दौरान उसकी मां से कहा था कि फिलहाल जहां से इंजेक्शन मिलता है वहां से ले लो। इसकी जानकारी उन्हें दे देना, वे इनके रुपये वापस करवा देगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, मामले में सीएमओ से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया।

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