फतेहाबाद में गलत तरीके से 70 पासपोर्ट बनाकर वीजा प्रकरण मामले की जांच दायरे में आए कई लोग

फतेहाबाद में गलत तरीके से बने पासपोर्ट की जांच की आंच बेहद धीमी है। करीब एक साल से चल रही जांच में अभी तक सभी आरोपित पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए। इसकी वजह है कि इस फर्जीवाड़ा में सबसे अधिक संलिप्तता पुलिस महकमे की है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 06:19 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 06:19 PM (IST)
फतेहाबाद में गलत तरीके से 70 पासपोर्ट बनाकर वीजा प्रकरण मामले की जांच दायरे में आए कई लोग
फतेहाबाद में जिस विभाग में फर्जी पासपोर्ट बने हैं उसी विभाग के अधिकारी ही जांच कर रहे है

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : टोहाना में गलत तरीके से बने पासपोर्ट की जांच की आंच बेहद धीमी है। करीब एक साल से चल रही जांच में अभी तक सभी आरोपित पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए। इसकी वजह है कि इस फर्जीवाड़ा में सबसे अधिक संग्लिप्ता पुलिस महकमे की है। अब उसी विभाग के अधिकारी ही जांच कर रहे है। ऐसे में जांच प्रक्रिया धीमी होना लाजमी। पासपोर्ट बनाना इतना आसान नहीं है। वो भी किसी दूसरे राज्य का व्यक्ति आकर पासपोर्ट बनाकर ले जाए। ऐसे में यह देश की सुरक्षा व अखंडता के लिए बहुत बड़ा खतरा है। सरकार को इसकी जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से करवानी चाहिए थी ताकि गड़बड़ी में शामिल सभी आरोपित जेल की सलाखों के पीछे जाते। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा।

पासपोर्ट बनाने के जानकार बताते है कि इस बनाना इतना आसान नहीं है। पासपोर्ट के लिए पहले आनलाइन आवेदन करना होता है। जिसके लिए जन्म प्रमाण पत्र, 10वीं की डीएमसी के अलावा आधार कार्ड व पैन कार्ड होना जरूरी है। आधार कार्ड में पता स्थानीय होगा तभी पासपोर्ट उसी जगह का बनेगा। टोहाना में जिन लोगों ने गलत तरीके से पासपोर्ट बनवाए थे। उन्होंने गलत तरीके से आधार कार्ड में टोहाना के नागरिक बन गए। जानकार बताते है कि आधार कार्ड में पता बदलवाने के लिए पार्षद व अन्य नुमाइंदे के सत्यापित पत्र की जरूरत पड़ती है। उसी प्रूफ के आधार पर आधार कार्ड में पता बदला जाता है।

पुलिस वेरिफिकेशन के लिए स्थानीय दो गवाह की जरूरत, अब किए जाएंगे जांच में शामिल :

जब कोई व्यक्ति आनलाइन आवेदन करने के बाद पासपोर्ट केंद्र पर भी जाकर अपने दस्तावेजों का सत्यापन करवाता है तो उसके बाद पासपोर्ट केंद्र उन दस्तावेजों की जांच पुलिस से करवाती है। इसके बाद पुलिस पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के दस्तावेज की जांच करती है। इतना ही नहीं पासपोर्ट बनाने वाले व्यक्ति को जानकारों से गवाही भी करवानी पड़ती है जो पुलिस के सामने पासपोर्ट बनाने वाले के बारे में बताते है कि अमुक व्यक्ति को वे जानते है। ऐसे में टोहाना में जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बने है। उनमें भी गवाही दी है। ऐसे में उन गवाह के खिलाफ भी कार्रवाई की जरूरत है, ताकि लोग आगे से झूठी गवाही न दे। पुलिस का कहना है कि जल्द ही ऐसे लोगों को जांच में शामिल किया जाएगा।

टोहाना में आया है फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला

मंगलवार को पुलिस ने टोहाना पते से पासपोर्ट बनाने वाले 58 पर मामला दर्ज किया थे। आरोप है कि ये सभी गलत दस्तावेज के आधार पर बने थे। इसके लिए पुलिस ने सितंबर 2020 से जांच चल रही है। इसमें अब तक 22 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जिसमें 2 पुलिस के मुलाजिम भी शामिल है। जांच में सामने आया है कि 70 लोगों ने टोहाना से गलत तरीके से पासपोर्ट बनवाए हुए है। उनमें से 58 लोगों पर मामला दर्ज हो गया। बाकि पर पुलिस जल्द ही मामला दर्ज करेंगी।

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