Man Burnt alive at Tikri Border: परिवार पर दुखों का पहाड़, उधर आरोपितों के बचाव में उतरा संयुक्त किसान मोर्चा

टीकरी बॉर्डर पर जिंदा जलाए युवक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक मुकेश ही परिवार का सहारा था। घर में पत्नी और 10 साल का बेटा है। इधर संयुक्त किसान मोर्चा आरोपितों के बचाव में उतर आया है। पुलिस कार्रवाई को साजिश बता रहा है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:01 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:01 AM (IST)
Man Burnt alive at Tikri Border: परिवार पर दुखों का पहाड़, उधर आरोपितों के बचाव में उतरा संयुक्त किसान मोर्चा
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि यह आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है।

बहादुरगढ़, जेएनएन। आंदोलन स्थल पर गए कसार गांव में मुकेश मुदगिल को पेट्राेल डालकर जिंदा जला देने की घटना से पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा हुआ है। परिवार के पास अब गुजारे का कोई साधन नहीं। मुकेश ड्राइवरी करता था। उससे काम चलता था। खेती की जमीन तो कुछ साल पहले अधिगृहीत हो गई। नाममात्र मुआवजा मिला।

मुकेश के घर में पत्नी रेनू और 10 साल का बेटा राहुल है। परिवार और गांव के लोग उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं। मगर उन्हें आगे की जिंदगी पहाड़ सी दिख रही है। आमदनी का कोई जरिया नहीं है। मृतक मुकेश की पत्नी रेनू अपने बेटे को देख बिलख पड़ती हैं। वहीं 10 वर्षीय राहुल के सिर से पिता का साया उठ जाने का दर्द अभी तो उसकी मासूमियत में छिपा दिखता है, लेकिन पिता के बिना जीवन की मुश्किलों का सामना तो होगा। मृतक की पत्नी उसे दिलासा देने वालों से एक ही सवाल करती है कि आखिर क्या कसूर था उसके पति का।
 
स्जवनों व ग्रामीणों को मांग पूरी होने का इंतजार
 
प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष मृतक के स्वजनों और ग्रामीणों ने आश्रितों को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी देने के अलावा आंदोलनकारियों काे गांव की सीमा से दूर करने की मांग रखी थी। इनके कारण पूरे गांव को परेशानी हो रही है। इसके लिए डीसी श्याम लाल पूनिया को मांग पत्र सौंपा था। अब ग्रामीणों को ये मांग पूरी होने का इंतजार है।
 
संयुक्त मोर्चा हत्या के आरोप को बता रहा है साजिश
शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर से लेकर समूचे आंदोलन स्थल पर यही मामला गर्म रहा। संयुक्त मोर्चा का दावा है कि इस घटना को हत्या बताए जाना एक तरह से साजिश है। मोर्चा के नेताओं का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला है। शुक्रवार को भाकियू के नेता रवि आजाद ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके इसको आत्महत्या बताया और पुलिस कार्रवाई को सरकार की साजिश ठहराया। वहीं टीकरी बॉर्डर पर महिला किसान नेत्री जसबीर कौर नट व अन्य आंदोलनकारियों ने बैठक करके इस मामले को हत्या बताया जाना गलत ठहराया।
घटना के बाद वीडियो बनाने वाला आया सामने
घटना के तुरंत बाद झुलसी हालत में मुकेश मुदगिल की वीडियो बनाने का दावा करने वाला पंजाब का पारस सामने आया है। उसका कहना है कि मैंने वीडियो इसलिए बनाई कि कहीं बाद में कोई दिक्कत न आ जाए। हालांकि मुकेश को न तो वह जानता था और घटना स्थल से भी दूर उसका तंबू था। अस्पताल पहुंचाने की बजाय उसका वीडियो बनाने के सवाल पर पारस ने कहा कि हमारे पास कोई साधन नहीं था। उसका कहना है कि कुछ देर बाद में मुकेश का भाई मौके पर आ गया था। वीडियो में अंधेरा होने के सवाल पर पारस का कहना था कि अंधेरे में ही यह घटना हुई थी।
 
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