Man burnt alive at Tikri border: अब आगे की जांच एसआइटी के लिए बनी चुनौती
टीकरी बॉर्डर पर व्यक्ति को जिंदा जलाने का मामला पेचीदा होता जा रहा है। शुरुआत में चार लोगों के शामिल हाेने की बात सामने आई थी। दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य दो लोगों की जानकारी पुलिस सार्वजनिक नहीं कर रही है।
बहादुरगढ़, जेएनएन। आंदोलन स्थल पर गए कसार गांव के मुकेश मुुदगिल को तेल डालकर जिंदा जलाने के मामले में अब आगे की जांच एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन) के लिए भी चुनौती बनी है। मामले में दो आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं।
शुरुआत में चार लोगों के शामिल हाेने की बात सामने आई थी। हालांकि दो अन्य की भूमिका और उनके नाम-पते को लेकर पुलिस अभी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं कर रही है। इतना ही कहा जा रहा है कि वे दो आरोपित अभी अज्ञात हैं। दर्ज केस में कार्रवाई करते हुए जींद के रायचंद वाला के कृष्ण और निरजन गांव के संदीप को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। पहली गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया था कि मुकेश और आरोपित वहां पर बैठकर शराब पीते थे। बाद में मुकेश द्वारा आंदोलन पर कोई टिप्पणी की गई थी। इसी खुन्नस में आरोपितों द्वारा उस पर तेल छिड़ककर उसे जिंदा जलाया गया।
क्या कहते हैं एसआइटी के इंचार्ज
एसआइटी के इंचार्ज डीएसपी नरेश कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच चल रही है। अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं, उन सभी पर बारीकी से छानबीन की जा रही है। इधर, मृतक मुकेश के घर राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एडवोकेट मनाेज कुमार व जजपा के हलका अध्यक्ष संजय दलाल ने पहुंचकर संवेदना जताई और पीड़ित परिवार की मदद के लिए साथ होने का भरोसा दिलाया।
दलाल-84 खाप दो-तीन दिन में लेगी फैसला
वहीं ग्रामीणों व स्वजनों की ओर से सोमवार को कसार गांव में दलाल-12 खाप के सामने जो मांग उठाई गई थी, उन पर दलाल-84 खाप प्रधान भूप सिंह ने बताया कि इस मामले में खाप की ओर से विचार-विमर्श किया जा रहा है। दो-तीन दिन के अंदर इसमें फैसला लिया जाएगा। बता दें कि इस मामले काे संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आत्महत्या ठहराया जा रहा है। इसके बाद ही जांच के लिए पुलिस द्वारा एसआइटी गठित की गई है।
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