धर्मकर्म के साथ मनाई मकर सक्रांति, झज्जर में पतंगों से अटा आसमान
उत्तरायण के दिन सूर्य देव ने काफी देर से दर्शन दिए। सुबह के समय क्षेत्र में काफी धुंध छाई रही। दृश्यता भी बहुत कम होने के कारण वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। तेज रफ्तार में दौड़ने वाले वाहन रेंगते नजर आए।
हिसार/झज्जर, जेएनएन। वीरवार को धर्मकर्म के साथ मकर सक्रांति के दिन की शुरुआत हुई। सुबह से ही लोगों ने बुजुर्गों का सम्मान करते हुए आशीर्वाद लिया। खासकर महिलाओं ने रीति-रिवाज के साथ मकर सक्रांति मनाई। साथ ही इस दिन दान व स्नान का भी विशेष महत्व होता है। इसको लेकर लोग खुलकर दान करते हैं। मकर सक्रांति के दिन लोगों ने अपनी श्रद्धा अनुसार दान किया। इसके तहत कोसली रोड पर जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए। कंबल वितरण का कार्य भी मकर सक्रांति के पर्व पर किया गया है। ताकि जरूरतमंदों को इस कंपकंपा देने वाली ठंड से राहत दिलाने के लिए कंबल सहारा बन सकें।
सूर्यदेव ने किया उत्तरायण में प्रवेश
मकर सक्रांति के दिन सूर्य देव उत्तरायण में प्रवेश करते हैं। इसलिए धार्मिक रूप से यह दिन काफी विशेष होता है। उत्तरायण के दिन सूर्य देव ने काफी देर से दर्शन दिए। सुबह के समय क्षेत्र में काफी धुंध छाई रही। दृश्यता भी बहुत कम होने के कारण वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। तेज रफ्तार में दौड़ने वाले वाहन रेंगते नजर आए। वहीं ठंड ने भी लोगों को जमकर कंपकंपाया। धुंध के चलते उत्तरायण के दिन सूर्य देव ने भी देरी से दर्शन दिए। हर किसी ने मकर सक्रांति के पर्व पर एक-दूसरे के जीवन में आरोग्य, खुशहाली व समृद्धि की दुआ की।
युवाओं में पतंगबाजी का दिखा विशेष उत्साह
मकर सक्रांति पर क्षेत्र में पतंगबाजी का विशेष उत्साह देखने को मिलता है। वीरवार को सुबह से ही युवा अपनी-अपनी छतों पर पहुंच गए। युवाओं ने जमकर पतंगबाजी की। पतंग उड़ाने को लेकर लोग पिछले कई दिनों से उत्साहित हैं और तैयारियों में जुटे थे। मकर सक्रांति के पहले ही पतंगों को खरीदकर रख लिया गाय था। इसकी एक झलक बुधवार शाम को दिखाई दी। जब पतंगों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ दिखाई दी। ताकि वे मकर सक्रांति के दिन जमकर पतंग उड़ा सकें।