गेहूं खरीद में कर दिया बड़ा झोल, मगर बच न सके, डीएफएससी, क्लर्क व आढ़ती के खिलाफ केस दर्ज

फतेहाबाद में अधिकारियों ने बिना किसी जांच किए हुए किसान की 11 लाख 55 हजार रुपये की राशि आढ़तियों के खाते में डाल दी। आढ़तियों ने किसान को राशि तक नहीं दी। पुलिस ने किसान सालमखेड़ा निवासी हरप्रीत सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 02:18 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 02:18 PM (IST)
गेहूं खरीद में कर दिया बड़ा झोल, मगर बच न सके, डीएफएससी, क्लर्क व आढ़ती के खिलाफ केस दर्ज
फतेहाबाद में गेहूं खरीद में 11 लाख 55 हजार रुपये की राशि का घोटाला सामने आया है

फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद शहर पुलिस ने गांव सालमखेड़ा के एक किसान की शिकायत पर डीएफएससी, क्लर्क व दो आढ़ती के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि अधिकारियों ने बिना किसी जांच किए हुए किसान की 11 लाख 55 हजार रुपये की राशि आढ़तियों के खाते में डाल दी। आढ़तियों ने किसान को राशि तक नहीं दी। पुलिस ने किसान सालमखेड़ा निवासी हरप्रीत सिंह की शिकायत पर आढ़ती धर्मेंद्र व अमित कुमार, जिला खादय एवं आपूर्ति कंट्रोलर प्रमोद कुमार जो अब कैथल में कार्यरत है। इसके अलावा फतेहाबाद में खाद्य आपूर्ति विभाग में तैनात क्लर्क विकास कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित किसान हरप्रीत सिंह ने बताया कि उसकी कृषि भूमि गांव बीघड़ में है। उसने बताया कि 2017 से ही फतेहाबाद की अनाजमंडी अमित कुमार व धर्मेन्द्र सिंह की फर्म पर फसल बेचता आ रहा है। वह इन आढ़तियों से लेनदेन करता रहा है। अमित कुमार व धर्मेन्द्र सिंह अपने मुनीम सुभाष से फसल की रसीदें कागजों पर बनवाकर देते थे। आरोप है कि अमित कुमार ने खाली चेकों पर हस्ताक्षर करवाकर रखे हुए थे और उन खाली चेकों का प्रयोग करके किसान के खाते सेट्रल बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच फतेहाबाद और केनरा बैंक ब्रांच फतेहाबाद से रकम निकलवा लिया करते थे।

किसान ने बताया कि 27 अप्रैल 2020 को गेहूं की फसल बेचने के लिए उसने मेरी फसल, मेरा ब्योरा पर अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन करवारया था। जिसमें उसने अपना बैंक नंबर भी दिया था। उसने बताया कि उसने 600 क्विंटल गेहूं आढ़ती के कहने पर बेच दी। जिसकी खरीद जिला खादय एवं आपूर्ति विभाग फतेहाबाद ने की थी। जिसकी कीमत 11 लाख 55 हजार रुपये बनती थी। यह राशि जिला खादय एवं आपूर्ति कंट्रोलर फतेहाबाद को अदा करनी थी। वही किसान का आरोप है कि उसकी कुछ राशि आढ़ती के पास पहले से जमा दी जो नहीं दे रहे थे और ना ही उसका हिसाब कर रहे थे।

किसान ने 16 मई 2020 को मार्केट कमेटी को शिकायत दी कि उसने अपनी गेहूं की फसल बेची थी जो उसके खाते में आनी थी लेकिन वो नहीं आई। वही उसे पता चला कि 13 जुलाई 2020 को जिला खाद एवं आपूर्ति विभाग फतेहाबाद के कार्यालय से गेहूं की राशि 11 लाख 55 हजार रुपये अमित कुमार वा धर्मेन्द्र सिंह ने अपनी आईडी पर एक सहमति पत्र 18 मई को  दिखाकर और उस पर किसान के फर्जी हस्ताक्षर स्केन करके अपने खाते में डलवा ली। वही आरोप है कि उस समय डीएफएससी रहे प्रमोद कुमार व विकास कुमार ने इसकी जांच तक नहीं की जो इस अपराध में शामिल है। पुलिस ने किसान की शिकायत पर कैथल के डीएफएसी व फतेहाबाद के क्लर्क सहित आढ़तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी एएसआइ महेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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