हिसार में फुटपाथ पर गुजरती लोगों की जिंदगी, रैन बसेरे में निगम कर्मियों का ही डेरा

सर्दी बढ़ने लगी है। इस ठंड में भी लोग खुले आसमान के नीचे जीवन बसर करने को मजबूर है। लोग कंबल में ही पारिजात चौक से ग्रीन स्क्वेयर मार्केट मोड़ तक बने फुटपाथ पर रात गुजार रहे है। वो भी बड़ी संख्‍या मे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 07 Nov 2021 11:57 AM (IST) Updated:Sun, 07 Nov 2021 11:57 AM (IST)
हिसार में फुटपाथ पर गुजरती लोगों की जिंदगी, रैन बसेरे में निगम कर्मियों का ही डेरा
हिसार में सर्दी की शुरुआत हो चुकी है, मगर रैन बसेरे का इंतजाम शुरू नहीं हुआ है

जागरण संवाददाता, हिसार : शहर का न्यूनतम तापमान करीब 11 डिग्री तक पहुंच गया है। सर्दी बढ़ने लगी है। इस ठंड में भी लोग खुले आसमान के नीचे जीवन बसर करने को मजबूर है। लोग कंबल में ही पारिजात चौक से ग्रीन स्क्वेयर मार्केट मोड़ तक बने फुटपाथ पर रात गुजार रहे है। वे भी एक दो नहीं बल्कि उनकी संख्या दस से अधिक है। ऐसे में प्रशासन की ओर से बना रैन बसेरा केवल सफेद हाथी साबित हो रहा है। रैन बसेरे में इन दिनों राहगीर नहीं बल्कि निगम स्टाफ ने ही डेरा डाला हुआ है। ऐसे में रैन बसेरे निगम स्टाफ बसेरा बनकर रह गया है।

50 लाख रुपये खर्चे, काम नहीं आ पाया रैन बसेरा

रैन बसेरे बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन के पास हो तो शायद राहगीरों के काम आ जाता, लेकिन नगर निगम प्रशासन ने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़-डेढ़ किलोमीटर दूर यह रैन बसेरा बनाया है। वह भी ऐसी जगह जहां पहुंचने में लोगों के साथ लूट जैसी वारदात होने का डर भी सताता रहता है। ऐसे में यह रैन बसेरा केवल निगम के प्रयोग की ही बिल्डिंग बनकर रह गया है।

ये है मौजूदा स्थिति

जिस प्रकार पटेल नगर धर्मशाला में निगम स्टाफ ने अपना रहने का ठिकाना बनाया हुआ था। उसी प्रकार इन दिनों रैन बसेरा भी निगम स्टाफ ने अपना घर बनाया हुआ है। जिसमें एक परिवार रह रहा है। जिसने एक कमरे में रहने का प्रबंध किया हुआ है। दूसरे कमरे में सामान रखकर ताला लगाया हुआ है। वहीं हाल जनता के लिए खाली छोड़ने की बात कह रहे है। ऐसे में यह रैन बसेरा को औपचारिकता बनता ही नजर आ रहा है।

पूर्व में कंडम बसों में दिया आश्रय, धर्मशाला भी खुलवाई

पूर्व में सर्दी के मौसम में कड़ाके ठंड में निगम और जिला प्रशासन दोनों ही बेघर व बेसहारा लोगों के रात्रि में ठहराव के प्रबंध के लिए कंडम बसों को आश्रय बनाया। रोडवेज की कंडम बसों में रैन बसेरा बनाया। इसके अलावा शंति धर्मशाला में भी बेसहारा व बेघर लोगों के ठहरने का प्रबंध किया गया था। उसी प्रकार इस बार फिर से नगर निगम प्रशासन ने नए ठिकाने तलाशने भी शुरु करने पर विचार विमर्श शुरु किया है।

--

सर्दी होने लगी है ऐसे में जरुरत के अनुसार आगामी समय में अस्थाई रैन बसेरे भी शहर में बनाए जाएंगे।

- अशोक कुमार गर्ग, कमिश्नर, नगर निगम हिसार।

chat bot
आपका साथी