स्‍कूलों में खुलेंगे पुस्‍तकालय, ग्रामीण युवा गांव में ही कर सकेंगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां

गांवों में पुस्तकालय की सुविधा पहुंचाने के लिए ग्रामीण पुस्तकालय खोलने की प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत सिरसा जिले के 24 गांवों के राजकीय स्कूलों में पुस्कालय खोलने के लिए जगह फाइनल कर दी गई है। इससे बहुत फायदा मिलेगा।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 04:00 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:00 PM (IST)
स्‍कूलों में खुलेंगे पुस्‍तकालय, ग्रामीण युवा गांव में ही कर सकेंगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां
ग्रामीण पुस्तकालय के गांव की आबादी 10 हजार से अधिक होनी जरूरी है।

सिरसा, जेएनएन। स्कूलों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के साथ साथ गांव के युवा भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पुस्तकालय में कर सकेंगे। गांवों में पुस्तकालय की सुविधा पहुंचाने के लिए ग्रामीण पुस्तकालय खोलने की प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत सिरसा जिले के 24 गांवों के राजकीय स्कूलों में पुस्कालय खोलने के लिए जगह फाइनल कर दी गई है। जिले में 31 जगह पर ग्रामीण पुस्तकालय खोलने की योजना बनाई गई है। जिसके तहत उच्चत्तर शिक्षा निदेशालय के नोडल अधिकारी डा. सुनील मेहता के नेतृत्व में गांवों में निरीक्षण कार्य किया गया।

इन गांवों में पुस्तकालय खोलने के लिए जगह फाइनल

उच्चतर शिक्षा निदेशालय की टीम ने निरीक्षण किया। जिसमें राजकीय स्कूलों के अंदर पुस्तकालय खोलने के लिए जगह फाइनल कर दी गई है। इनमें राजकीय स्कूल अबबू शहर, बाजेकां, बणी, देसूजोधा, डिंग, जमाल, जोधंका, खारियां, कोटली, माधोसिंघाना, मल्लेका, मंगला, पन्नीवाला मोटा, शाहपुर बेगू, तलवाड़ा खुर्द, शाहपुर बेगू, गंगा, रोडी, चौटाला, डबवाली, ऐलनाबाद, कालांवाली, जीवन नगर, ओढ़ा व चौपटा स्कूल शामिल है।

जिला परिषद की तरफ से भी खोले जाएंगे पुस्तकालय

इसी के साथ योजना के लिए शर्तें पूरी करने वाले अन्य गांवों से भी जिला परिषद से भी ग्रामीण पुस्तकालय के लिए आवेदन मांगे हैं। ग्रामीण पुस्तकालय के गांव की आबादी 10 हजार से अधिक होनी जरूरी है। जिनमें खंड स्तर व बड़े गांवों में पुस्तकालय खोले जाएंगे। इन ग्रामीण पुस्तकालयों के लिए गांव की ओर से भवन मुहैया करवाना होगा। भवन का प्रबंध होने पर पुस्तकालय के लिए जरूरी पुस्तकें, फर्नीचर, पर्दे व अलमारी सहित अन्य जरूरी सामान मुहैया करवाया जाएगा। इस सामान के लिए प्रत्येक ग्रामीण पुस्तकालय पर पांच लाख रुपये तक खर्च किए जाएंगे।

पुस्तकालय के लिए बैठने की होगी उचित व्यवस्था

प्रदेश सरकार द्वारा खोले जाने वाले पुस्तकालय में बेहतर सुविधा मिलेगी। पुस्तकालय में गांव का कोई भी युवा पुस्तकें बैठ कर पढ़ सकेंगे। पुस्तकालय में 20 युवाओं के बैठने की व्यवस्था होगी। इसी के साथ कंप्यूटर व वाई फाई की सुविधा मिलेगी। जिससे ई पुस्तकें पढ़ने में आसानी हो सके।

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