फतेहाबाद के ई दिशा केंद्र में दो दिन से नहीं बिजली, लोग बोले, 7 फीसद शुल्क पहले लिया जाता है, सुविधाएं सिफर

फतेहाबाद के ई दिशा केंद्र में दो दिन से रजिस्ट्रियां नहीं हो रहीं। कारण कि यहां दो दिन से बिजली नहीं। लोगों का कहना है कि डीआइटीएस के पैसों से जनरेटर लगा है। बिजली जाते ही यह चलता है। लेकिन बिजली सिर्फ अधिकारियों के ऑफिस तक आती है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 05:35 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 05:35 PM (IST)
फतेहाबाद के ई दिशा केंद्र में दो दिन से नहीं बिजली, लोग बोले, 7 फीसद शुल्क पहले लिया जाता है, सुविधाएं सिफर
फतेहाबाद के ई दिशा केंद्र में रजिस्ट्री के लिए पहुंचे लोग।

फतेहाबाद, जेएनएन। अचल संपत्ति की पंजीकरण करवाने पर सरकार ने 7 फीसद शुल्क लगाया हुआ है। यह शुल्क सरकार पहले ही लेती है। उसके बाद ई दिशा केंद्र में रजिस्ट्री होती है। सरकार के शुल्क के अलावा जिला स्तर पर अधिकारियों की गठित डीआइटीएस यानी जिला सूचना प्रौद्योगिक सोसाइटी भी 5 से 15 हजार रुपये तक अलग से प्रति रजिस्ट्री पर शुल्क वसूलती है। उसके बाद भी लोगों को सुविधा नहीं दी जा रही। हद तो यह है कि गत दो दिनों से ई दिशा केंद्र में बिजली सप्लाई बाधित है। लोग जरूरी कार्य के लिए आ रहे हैं। अब तो उनकी जमीन व प्लाट की रजिस्ट्री भी नहीं हो रही।

लोगों का कहना है कि व्यवस्था की विडंबना देखिए कि ई दिशा केंद्र में कंप्यूटर चलाने के लिए बिजली सप्लाई नहीं हो रही। वहां पर आए लोगों के लिए बिजली तक की व्यवस्था नहीं। इतना ही नहीं, डीआइटीएस के रुपयों से खरीदे गए जनरेटर का प्रयोग अधिकारी ई दिशा के लिए न करते हुए खुद के लिए करते हैं। जबकि उसका तेल का बिल सोसाइटी के खाते में डाल देते हैं। जब भी ई दिशा में बिजली गुल होती है। लघु सचिवालय में लगा बड़ा जनरेटर शुरू हो जाता है। परंतु उसकी सप्लाई अधिकारियों के कार्यालय में की जाती है।

लोग बोले अधिकारी नहीं सुन रहे फरियाद

ई दिशा में रजिस्ट्री करवाने आए कृष्ण, पवन, व रामसिंह ने बताया कि वीरवार को भी बिजली सप्लाई न होने से उनकी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई। शुक्रवार को फिर से टोकन कटवा कर रजिस्ट्री करवाने के लिए परिवार के साथ आए। लेकिन पूरे दिन फिर से बिजली सप्लाई बाधित रही। इसको लेकर वे डीआइओ, सीटीएम व डीसी तक शिकायत देने के लिए पहुंचे। वहां पर अधिकारी एसी चलाकर बैठे थे। लेकिन ई दिशा में बिजली सप्लाई शुरू नहीं करवाई।

7 फीसद शुल्क भरा, उसके बाद दो दिन से परेशान : मनोज

मनोज कुमार ने कहा कि ई दिशा में बिजली न होने से दो दिन से उनकी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो रही। इससे बड़ी परेशानी आ रही है। रजिस्ट्री करवाने के लिए मैंने 7 फीसद शुल्क भरा। सोसायटी की फीस अलग से दी। उसके बाद भी रजिस्ट्री नहीं हुई। अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे।

हैरानी की बात सिर्फ ई दिशा दो दिन से लाइट नहीं : रमेश

धांगड़ के रमेश कुमार ने कहा कि मैं जमाबंदी की नकल लेने आया था। हैरानी की बात है कि लघु सचिवालय में सिर्फ ई दिशा में लाइट नहीं है। अधिकारी ई दिशा की सुध नहीं ले रहे। सोसायटी के नाम पर खरीदे गए जनरेटर को अधिकारी खुद के लिए प्रयोग करते हैं। डीजल तक सोसाइटी का प्रयोग करते हैं। प्रदेश सरकार को ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

चार्ज पहले ले लिया, जनरेटर की जानकारी नहीं : डीआईओ

जिला सूचना अधिकारी सिकंदर ने कहा कि डीआइटीएस सोसाइटी का सचिव का पद मेरे पास नहीं है। मेरे से पहले चार्ज ले लिया गया। ई दिशा अब सीटीएम से अधीन है। सोसाइटी का नाम जनरेटर है या नहीं मुझे जानकारी नहीं। इसके बारे में सीटीएम ही जानकारी देगी।

मामला मेरे संज्ञान में, जल्द करवाएंगे समाधान : सीटीएम

जिला नगराधीश अंकिता वर्मा ने कहा कि ई-दिशा में दो दिन से बिजली सप्लाई बाधित होने का मामला मेरे संज्ञान में है। जल्द ही इसका समाधान करवा दिया जाएगा। भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

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