शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बावजूद निजी स्कूलों को नियम 134ए का नहीं मिला पैसा : कुंडू

जागरण संवाददाता हिसार हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने शिक्षा विभाग पर आरोप लगाया है कि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 04:30 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 04:30 AM (IST)
शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बावजूद निजी स्कूलों को नियम 134ए का नहीं मिला पैसा : कुंडू
शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बावजूद निजी स्कूलों को नियम 134ए का नहीं मिला पैसा : कुंडू

जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने शिक्षा विभाग पर आरोप लगाया है कि शिक्षा मंत्री के साथ हुई मीटिग में सहमति बनने के बावजूद अभी तक प्राइवेट स्कूलों को नियम 134ए के तहत बच्चों को फ्री दिए गए एडमिशन की प्रतिपूर्ति का पैसा नहीं दिया गया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू व प्रांतीय उपप्रधान सौरभ कपूर अंबाला ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार सरकार हर महीने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों पर लगभग चार हजार रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से खर्च कर रही है, जबकि प्राइवेट स्कूल नियम 134ए के तहत आठवीं तक केवल 300 से 700 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से पढ़ाते हुए सरकार के करोड़ों रुपये बचाते हुए आर्थिक मदद कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार ने शैक्षणिक स्तर 2019-20 के तहत नियम 134ए का पैसा प्राइवेट स्कूलों को नहीं दिया है, यहां तक की 2018-19 तक का चार वर्षों का पैसा भी अधिकतर जिलों में अभी तक नहीं मिल पाया है। इसके बारे में शिक्षामंत्री कंवरपाल गुज्जर से लॉकडाउन के बाद 27 मई व 26 जून को दो बार प्राइवेट स्कूल संघ की बैठक हो चुकी है, लेकिन बार बार शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी अभी तक प्राइवेट स्कूलों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। संघ के प्रांतीय उपप्रधान सौरभ कपूर ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में पिछले तीन महीने से फीस न आने के कारण स्कूल स्टाफ का वेतन अभी तक नहीं दे पाएं हैं। इसलिए सरकार स्कूलों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध करवाए ताकि टीचिग व नॉन टीचिग स्टाफ को वेतन दिया जा सके। उन्होंने वादा किया कि यह पैसा बच्चों की फीस आने के बाद लौटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की मदद नहीं की तो हजारों स्कूल बंद होने की कगार पर चले जाएंगे, जिससे लाखों कर्मचारियों को रोजी-रोटी के लाले पड़ जाएंगे।

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