कुंभ मेला फर्जी कोरोना टेस्ट मामला: हरिद्वार एसआइटी की नलवा लैब में दबिश, नहीं मिला आइएमए प्रधान का बेटा

नलवा लैब के डायरेक्टर डॉ. नवतेज नलवा मौके से गायब मिले। हरिद्वार एसआइटी ने आइएमए प्रधान डॉ. जेपीएस नलवा से पूछताछ की। डॉ. नलवा के सामने प्रवीण को बैठाकर पुलिस ने कई प्रश्न पूछे मगर प्रवीण गोलमाल जवाब देता रहा।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:59 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:59 AM (IST)
कुंभ मेला फर्जी कोरोना टेस्ट मामला: हरिद्वार एसआइटी की नलवा लैब में दबिश, नहीं मिला आइएमए प्रधान का बेटा
एसआइटी के साथ बिचौलिया प्रवीण भी था जिसने नलवा लैब का मैक्स कॉरपोरेट के साथ एमआयू करवाया था।

जागरण संवाददाता, हिसार। कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में फर्जीवाड़े की जांच का पता लगाने हरिद्वार की एसआइटी ने हिसार की नलवा लैब पर शुक्रवार शाम को दबिश दी। एसआइटी के साथ बिचौलिया प्रवीण भी था जिसने नलवा लैब का मैक्स कॉरपोरेट के साथ एमआयू करवाया था। प्रवीण झज्जर का रहने वाला और भिवानी में खुद की लैब चलाता है।

नलवा लैब के डायरेक्टर डॉ. नवतेज नलवा मौके से गायब मिले तो एसआइटी ने आइएमए प्रधान डा. जेपीएस नलवा से पूछताछ की। इतना ही नहीं डॉ. नलवा के सामने प्रवीण को बैठाकर पुलिस ने कई प्रश्न पूछे मगर प्रवीण गोलमाल जवाब देता रहा। पुलिस हालांकि डॉ. नलवा और प्रवीण से ज्यादा कुछ नहीं पूछ पाई, क्यूंकि मैक्स कॉरपोरेट के साथ एमओयू पर डॉ. नवतेज नलवा के हस्ताक्षर थे और उसी की भूमिका को पुलिस संदिग्ध मान रही है। पुलिस ने डॉ. नलवा से कहा कि उनके बेटे को हरिद्वार आना होगा और पुलिस के साथ सहयोग करना होगा। एसआइटी प्रवीण और डॉ. नवतेज को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करना चाहती है।

फर्जी आंकड़े पेश किए

बता दें कि हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान मैक्स कॉरपोरेट ने यह कोरोना जांच का ठेका लिया हुआ था, लेकिन उन्होंने गलत तरीके से फर्जी आंकड़े और एंट्री कर दी। इस मामले में हरिद्वार की पुलिस के पास वहां के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. शंभु कुमार ने शिकायत दी थी। इसके बाद पुलिस की ओर से एसआइटी का गठन किया गया है। इस मामले में पुलिस ने झज्जर के आशीष को गिरफ्तार किया हुआ है। अभी एसआइटी ने लैब से कोई रिकार्ड नहीं लिया है।

ये था मामला

कुंभ मेले में सबसे ज्यादा फर्जी टेस्ट करने के आरोप नलवा लैब और लालचंदानी लैब पर हैं जो मैक्स कॉर्पोरेट फर्म के एमओयू पर कोरोना टेस्ट कर रही थी। कुंभ मेले में कोरोना टेस्ट के लिए मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज फर्म ने टेंडर लिया था। इस फर्म ने कोरोना टेस्ट के लिए हिसार की नलवा लैब और दिल्ली की लालचंदानी लैब का एमओयू साइन था। प्रति रेपिड टेस्ट के लिए 354 रुपये व आरटीपीसीआर के लिए 500 रुपये का रेट फिक्स था। कुंभ में 9 एजेंसी व 22 लैब कोरोना जांच कर रही थी।

1 लाख फर्जी टेस्ट की आशंका

एक महीने चले कुंभ में करीब 4 लाख टेस्ट हुए। जिनमें से करीब 1.25 लाख टेस्ट मैक्स कारपोरेशन कॉर्पोरेट सर्विसेज के तहत नालवा लैब व लालचंदानी लैब द्वारा किए गए। इनमें से करीब 1 लाख टेस्ट फर्जी होने की आशंका प्रारंभिक जांच में सामने आई है। राजस्थान के छात्रों व डाटा इंट्री ऑप्रेटरों को सैंपल क्लेक्टर दिखाया गया जो कभी कुंभ गए ही नहीं।

इन धाराओं के तहत केस दर्ज

इस मामले में हरिद्वार कोतवाली थाने में पुलिस ने 593/21, 188, 269, 270, 420, 468, 471, 120 बी, महामारी एवं आपदा प्रबंधन के तहम केस दर्ज किया हुआ है।

प्रवीण का नलवा लैब से नहीं संबंधः डॉ. नलवा 

आइएमए हिसार के जिला प्रधान डॉ. जेपीएस नलवा ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे लेकर यहां आई हुई थी। उसने खुद ही इन्कार कर दिया है कि इससे हिसार नलवा लैब का कोई संबंध नहीं है। न हमने बिल बनाए हैं और न हम हरिद्वार गए। आइवीएक नाम की कंपनी ने यह बिल छपवाए थे और फिर मैक्स ने अपनी चिट्टी लगाकर बांटे थे। इनका सरकार से ठेका लिया हुआ था। हमने इसकी जांच के लिए वहां के एसपी को शिकायत सौंपी हुई है, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई हो।

एक-एक कड़ी सुलझाई जा रहीः इंस्पेक्टर राजेश

हरिद्वार कोतवाली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश ने कहा कि इस मामले में कई लोगों जुड़े हुए हैं। इसकी एक-एक कड़ी सुलझाई जा रही है। हम शुक्रवार को यहां हिसार आए थे और नलवा लैब में गए थे। उस समय खुद डॉ. नवतेज नलवा नहीं थे, उनके पिता थे। इसलिए पूरी बातचीत नहीं हो पाई। उनसे पूछा गया है कि यह बिल कहां से आए और आपका इससे क्या संबंध है। अब उनको पूछताछ के लिए हरिद्वार बुलाया गया है।

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