जावा कंपनी की बाइक बुकिग करने के नाम पर युवक से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी

जासं हिसार सेक्टर 9-11 निवासी अमित से बाइक खरीदने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 07:06 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 07:06 AM (IST)
जावा कंपनी की बाइक बुकिग करने के नाम पर युवक से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी
जावा कंपनी की बाइक बुकिग करने के नाम पर युवक से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी

जासं, हिसार : सेक्टर 9-11 निवासी अमित से बाइक खरीदने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की गई। मामले में अमित ने अर्बन एस्टेट थाना पुलिस को शिकायत दी है। अमित ने शिकायत में बताया कि उसने 19 दिसंबर 2020 को जावा बाइक खरीदने के लिए आवेदन किया था। 21 दिसंबर 2020 को उसका आवेदन स्वीकार भी हो गया था। उस दौरान उससे रजिस्ट्रेशन फीस के लिए 12 लाख 5 हजार रुपये लिए गए थे। अमित ने बताया कि इसके बाद 24 दिसंबर को उसके पास जावा बाइक से फोन आया कि उसे 40 फीसद राशि अदा करनी होगी। अमित ने इसके बाद 3,57,200 रुपये उनके बैंक खाता में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन अमित को अब तक बाइक नहीं मिली। अमित ने बताया कि उसे एक दिन समाचार पत्र के माध्यम से पता लगा कि जावा कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है। अमित ने बताया कि उनके नंबर पर फोन मिलाकर संपर्क किया तो उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उसके बाद से उनका मोबाइल नंबर बंद आ रहा है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। कोल्ड स्टोर खोलने के नाम पर 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी पर केस दर्ज

जागरण संवादाता, हिसार:

मॉडल टाउन एक्सटेंशन निवासी रोहित शर्मा से कोल्ड स्टोर खोलने के नाम पर 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। रोहित शर्मा ने मामले में अर्बन एस्टेट थाना पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में रोहित ने बताया कि उसने ऋषिराज शर्मा के साथ पार्टनरशिप में लोमस एग्रो टेक के नाम से एक फर्म बनाई थी। 9 अगस्त 2010 को पार्टनरशिप डीड पर शोनक मेहरिया के साथ हस्ताक्षर किए थे। रोहित ने बताया कि वह उनकी बातों में आ गया और गांव मीरकां में कोल्ड स्टोर बनाने को तैयार हो गया। इसके लिए 6 अगस्त 2018 को एग्रीमेंट बनवाया और किश्त के 10 लाख रुपये जमा करवा दिए। आरोपित शोनक ने अरिहंत इंटरनेश्नल टेक. प्रा.लि. का डायरेक्टर होने के नाते उसकी जमीन पर कोल्ड स्टोर का निर्माण करके देना था। रोहित ने इसके लिए 5 लाख 95 हजार रुपये और 4 लाख 5 हजार रुपये उस दौरान जमा करवाए। इसके बाद आरोपितों ने दूसरी किश्त के 20 लाख रुपये और इसके बाद 2018 में 7 लाख रुपये रोहित से ले लिए। रोहित का आरोप है कि आरोपितों ने उससे कुल 30 लाख रुपये ऐंठ लिए। इस मामले में उसने जनवरी 2019 को पंचायत की तो आरोपितों ने उसे 30 लाख रुपये का चेक दे दिया। लेकिन चेक बैंक में लगाया तो पता चला कि यह खाता ही बंद है। रोहित ने बताया कि चेक बाउंस की कोर्ट में याचिका भी लगाई।

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