KMP Expressway: बगैर रोशनी आसान नहीं केएमपी की डगर, जन सुविधा के नाम पर सिर्फ सूचना के बोर्ड

केएमपी एक्सप्रेसवे पर रात के समय में विशेष तौर पर सफर करना न तो सुरक्षित है और न ही सुविधाजनक। रात के समय में लाइट नहीं होने की वजह से यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों को रोजाना परेशानी हो रही हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 03:33 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 03:33 PM (IST)
KMP Expressway: बगैर रोशनी आसान नहीं केएमपी की डगर, जन सुविधा के नाम पर सिर्फ सूचना के बोर्ड
केएमपी एक्सप्रेसवे पर लाइट ना होने से वाहन चालकों को हो रही है परेशानी।

जागरण संवाददाता, झज्जर। कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर रात के समय में लाइट नहीं होने की वजह से यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों को रोजाना परेशानी हो रही हैं। हालांकि, इसका शुभारंभ होने के बाद से हर दफा समय तो रखा गया कि अब यहां बिजली आएगी, कभी सोलर लाइट का जिक्र आया तो कभी यह हुआ कि निगम से कनेक्शन नहीं हो पाया है। जबकि, धरातल पर सिर्फ सड़क के बीचों-बीच खड़े हुए पोल मुंह चिढ़ाते हैं। इन पोल पर लाइट भी लगी हैं और कनेक्शन भी हो रखा हैं। लेकिन, सप्लाई नहीं होने की वजह से इनका राहगीरों को कोई फायदा नहीं। साथ ही बीच रास्ते में जन सुविधा के नाम पर भी कुछ ठोस नहीं है। कहने को बोर्ड तो यहां अलग-अलग जगह पर लगाए गए हैं। लेकिन, मिल कुछ खास नहीं रहा। ऐसी स्थिति में सुरक्षा एवं जन सुविधाओं की दृष्टि से व्यवस्था को व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए। ताकि, टोल प्लाज पर जो भुगतान कर वाहन चालक गुजरते हैं, उन्हें ठगा हुआ महसूस नहीं हो।

दो साल पहले किया था लोकार्पण

करीब दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 135.6 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का लोकार्पण कर देशवासियों को बड़ा तोहफा दिया था।ऐसा होने से एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने का सफर आसान हो गया। दिल्ली सहित आस-पास के क्षेत्रों में प्रदूषण और वाहनों के जाम का बोझ कम हो गया। लेकिन, रात के समय में विशेष तौर पर यह सफर न तो सुरक्षित है और न ही सुविधाजनक।

सुविधाओं के नाम पर सिर्फ बोर्ड

हजारों वाहन चालक इस मार्ग का रोजाना इस्तेमाल करते हैं।लेकिन, यात्रा के शुरु होने से अंत तक, यहां पर सिर्फ रिस्क ही है।क्योंकि, सुविधाओं के नाम पर ना तो बीच रास्ते में कोई पंचर की दुकान हैं और ना कोई पेट्रोल पंप, ना ही बिजली है तो ना आपात कालीन स्थिति में कोई सुविधा। हां, कुछ स्थानों पर अवैध रुप से आस-पास के ग्रामीणों ने ऐसे स्थान जरुर बना रखे हैं। जहां पर वाहन चालक कुछ समय के लिए रूकते हुए दैनिक सामान की खरीदारी करते हैं। लेकिन, यह किसी भी स्तर पर सुरक्षित नहीं हैं।

कुल मिलाकर, पेट्रोल पंप तक की सुविधा से महरूम एक्सप्रेस वे पर यदि किसी की गाड़ी खराब हो जाए, पंचर हो जाए या उसमें हवा डालने की जरूरत हो तो वह काम भी यहां नहीं हो सकेगा। फिलहाल, मौसम साफ है। आने वाले दिनों में खास तौर पर सर्दी और धुंध के दौरान, छाने वाला कोहरा बेशक ही वाहन चालकों की परेशानी को और अधिक बढ़ाएगा।

हरियाणा के आधा दर्जन जिलों से सीधे कनेक्ट है केएमपी

इस एक्सप्रेस-वे पर हलके वाहनों के लिए निर्धारित गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी कमर्शियल वाहनों के लिए 100 किलोमीटर प्रति घंटा तय है। केएमपी पर करीब 120 अंडरपास बनाए गए हैं। केएमपी पर मौजूद टोल प्लाजा पर केजीपी की तर्ज पर एक्जिट (निकासी) प्वाइंट पर टोल वसूला जाता है। इस एक्सप्रेस वे से हरियाणा के आधा दर्जन जिले फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, सोनीपत, पानीपत, झज्जर और रोहतक प्रमुख रूप से जुड़े हुए हैं।

हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें  

chat bot
आपका साथी