Kisan Andolan News: भाजपा नेता के घर जाने पर संयुक्त किसान मोर्चा से निलंबन पर योगेंद्र यादव ने मांगी माफी

किसान नेता योगेंद्र यादव को एक माह के लिए मोर्चा से निलंबित किया गया है। उन्हें मोर्चा की नौ सदस्यीय कमेटी से भी निलंबित किया गया है। सिंघु बार्डर पर किसान नेता डा. अशोक धवले की अध्यक्षता में हुई बैठक में याेगेंद्र यादव को निलंबित करने का निर्णय लिया गया

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 12:54 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 12:54 AM (IST)
Kisan Andolan News: भाजपा नेता के घर जाने पर संयुक्त किसान मोर्चा से निलंबन पर योगेंद्र यादव ने मांगी माफी
संयुक्‍त मोर्चा द्वारा निष्‍कासन की कार्रवाई पर योगेंद्र यादव ने माफी मांगी है, कहा दोबारा गलती नहीं होगी

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान नेता योगेंद्र यादव को एक माह के लिए मोर्चा से निलंबित किया गया है। उन्हें मोर्चा की नौ सदस्यीय कमेटी से भी निलंबित किया गया है। सिंघु बार्डर पर वीरवार को किसान नेता डा. अशोक धवले की अध्यक्षता में हुई बैठक में याेगेंद्र यादव को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। निलंबित किए जाने के बाद योगेंद्र यादव ने अपनी गलती पर मोर्चा से माफी भी मांगी है। डा. अशोक धवले ने बताया कि वीरवार को सिंघु बार्डर पर मोर्चा की बैठक हुई।

बैठक में लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को अंतिम अरदास का कार्यक्रम था। उसमें संयुक्त किसान मोर्चा के सभी नेताओं ने भाग लिया था। लौटते समय योगेंद्र यादव भाजपा कार्यकर्ता के घर गए थे। इस पर बैठक में याेंगेंद्र यादव के खिलाफ काफी तीखी प्रतिक्रिया किसान नेताओं की ओर से दी गई। नेताओं ने बताया कि योगेंद्र यादव की ओर से लखीमपुर खीरी की घटना के बाद भाजपा नेता के घर जाने की बात से किसानों पर बहुत बुरा असर पड़ा है।

किसान नेताओं ने बैठक में योगेंद्र यादव की कड़ी आलोचना की। इन आलोचनाओं के बीच योगेंद्र यादव ने भरी बैठक में माफी मांगी और विश्वास दिलाया कि वे भविष्य में इस तरह की गलती नहीं करेंगे। मगर किसान नेताओं ने इसे बड़ी गलती करार देते हुए योगेंद्र यादव को न केवल मोर्चा से बल्कि नौ सदस्यीय कमेटी से भी एक माह के लिए निलंबित कर दिया। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य एवं किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने भी योगेंद्र यादव को एक माह के लिए सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है।

योगेंद्र यादव ने कहा कि मेरे निलंबन की वजह सिर्फ इतनी है कि लखीमपुर खीरी की घटना के बाद मैं उनमें से एक भाजपा कार्यकर्ता के घर चला गया था, जिसकी उस दिन मौत हुई थी। हालांकि मुझे वहां जाने से पहले अपने साथियों की राय लेनी चाहिए थी। मैं ऐसा नहीं कर पाया इसलिए मैंने आज की बैठक में खेद भी व्यक्त किया है, मगर जहां तक नीति और सिद्धांत की बात है तो मेरा स्टैंड स्पष्ट है। मेरा मानना है कि मृतक के परिजनों से मिलना सिद्धांत की बात है। नीति भी यही कहती है की ऐसे समय में पक्ष-विपक्ष की बात छोड़ कर मिलने जाना चाहिए। मैं अपने साथियों से सलाह किए बिना गया इसलिए खेद व्यक्त किया है।

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