Kisan andolan: दिल्ली के बार्डर खुलवाने की कवायद तेज, झज्जर के एसपी-डीसी ने किसानों के साथ की बैठक

आंदोलन की वजह से 10 माह से ज्यादा समय से बंद दिल्ली के बार्डरों को खुलवाने की कवायद तेज हो रही है। सोमवार को बहादुरगढ़ में झज्जर के डीसी श्याम लाल पूनिया व एसपी राजेश दुग्गल ने संयुक्त मोर्चा की टीकरी बार्डर कमेटी के नेताओं संग बैठक की है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 01:42 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 01:42 PM (IST)
Kisan andolan: दिल्ली के बार्डर खुलवाने की कवायद तेज, झज्जर के एसपी-डीसी ने किसानों के साथ की बैठक
किसान आंदोलन के कारण दिल्‍ली के बंद बार्डरों को खुलवाने के लिए बैठक करते हुए डीसी एसपी व किसान

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन की वजह से 10 माह से ज्यादा समय से बंद दिल्ली के बार्डरों को खुलवाने की कवायद तेज हो रही है। सोमवार को बहादुरगढ़ में झज्जर के डीसी श्याम लाल पूनिया व एसपी राजेश दुग्गल ने संयुक्त मोर्चा की टीकरी बार्डर कमेटी के नेताओं संग बैठक की और रास्ते खोलने को लेकर चर्चा की गई। अब 14 अक्टूबर को बहादुरगढ़ में ही उच्च स्तरीय बैठक होगी। इसमें संयुक्त मोर्चा के शीर्ष नेता शामिल होंगे। इधर, हरियाणा से गृह विभाग के उच्चाधिकारी आएंगे। दिल्ली पुलिस के उच्चाधिकारी भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।

हालांकि किसानों का वही पुराना राग है कि रास्तों को हमने नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस ने ही बंद कर रखा है। इसके साथ ही किसान नेताओं ने आंदोलन स्थल पर सुविधाओं की भी मांग की। कई समस्याएं गिनाई। करीब एक घंटे तक यह बैठक चली। इसमें उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने किसान नेताओं से दिल्ली के रास्ते खोलने को लेकर ही चर्चा की। साथ ही किसान नेताओं को 14 अक्टूबर की बैठक के संबंध में जानकारी दी। इसमें गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शामिल हो सकते हैं।

चूंकि किसानों द्वारा बार-बार दिल्ली पुलिस द्वारा ही मुख्य बार्डर और आसपास के छोटे रास्ते भी बंद किए जाने का तर्क दिया जा रहा है, ऐसे में इस बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को भी बुलाया जा सकता है, लेकिन अभी प्रशासनिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं जा रही है। टीकरी बार्डर से छह किसान नेता इस बैठक में शामिल हुए। बता दें कि जब से आंदोलन शुरू हुआ है तभी से दिल्ली का सिंघु और टीकरी बार्डर बंद है। इससे हजारों करोड़ का नुकसान हो चुका है। कुछ दिनों से दिल्ली के इन बार्डराें को खुलवाने की कोशिश चल रही है। इसी संबंध में पुलिस-प्रशासन ने किसानों से बातचीत की है।

chat bot
आपका साथी