Kisan Andolan News: आंदोलनकारियों को डेंगू से बचाने की कवायद, एसोसिएशन चला रही अभियान
टीकरी बार्डर पर आंदोलन में शामिल कई किसान भी बुखार से पीड़ित हैं। हालांकि उन्हें डेंगू की पुष्टि नहीं हो पाई है। ऐसे में किसानों को डेंगू के डंक से बचाने की कवायद यहां पर शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: पूरे प्रदेश में डेंगू का डंक का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। बहादुरगढ़ में भी डेंगू महामारी फैल रही है। अब तक पूरे जिले में डेंगू के 130 केस सामने आ चुके हैं। इनमें बहादुरगढ़ के ज्यादा हैं। टीकरी बार्डर पर आंदोलन में शामिल कई किसान भी बुखार से पीड़ित हैं। हालांकि उन्हें डेंगू की पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्यादा बीमार पड़ने पर किसान अपने घर लौट जा रहे हैं और पंजाब में जाकर ही इलाज करवा रहे हैं। ऐसे में किसानों को डेंगू के डंक से बचाने की कवायद यहां पर शुरू हो गई है।
किसानों को जागरूक किया जा रहा है। आंदोलन में शुरू से ही सक्रिय भूमिका निभाने वाली फाइव रिवर्स हार्ट एसोसिएशन के डाक्टरों की टीम ने आंदोलन स्थल पर डेंगू से किसानों को बचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डाक्टरों की टीम एक-एक तंबू में जाकर हर किसान से संपर्क कर रही है। उसका चैकअप कर रही है। उसका रिकार्ड रखा जा रहा है। साथ ही डाक्टरों की टीम किसानों को डेंगू से बचने के उपाय भी बता रही है। किसानों को बताया जा रहा है कि वे अपने आसपास सफाई रखें। गंदगी न रहने दें।
तंबू के आसपास पानी भी ठहरने न दें। मच्छर गंदगी और पानी में ही पनपता है। ऐसे में हमें मच्छर नहीं पनपने देने हैं। साथ ही किसानों को पूरी बाजू के कपड़े पहनने की अपील की जा रही है। ठंड बढ़ने लगी है तो कंबल का प्रयोग करने की भी सलाह दी जा रही है। एसोसिएशन के डाक्टर स्वाईमान सिंह ने बताया कि पूरे प्रदेश में डेंगू फैल रहा है। ऐसे में हम किसानों को डेंगू से बचाने की मुहिम चला रहे हैं, ताकि आंदोलन में किसी तरह का व्यवधान न पड़े। उनकी ओर से कोरोना को लेकर भी किसानों को जागरूक किया गया था। वैक्सीन भी लगाई गई थी। अब उन्हें डेंगू को लेकर जागरूक कर रहे हैं। उनका चैकअप कर रहे हैं। आंदोलन में डेंगू का प्रकोप किसी भी तरह से फैलने नहीं दिया जाएगा।