खांडा खेड़ी के किसान ने फसल पर चलाया ट्रैक्टर
गांव खांडा खेड़ी के सबसे बड़े जमीदार शिवकुमार शर्मा उर्फ शिबू ने अपनी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया।
संवाद सहयोगी,नारनौंद : गांव खांडा खेड़ी के सबसे बड़े जमीदार शिवकुमार शर्मा उर्फ शिबू ने अपनी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। किसान का ये कारनामा देखकर सैकड़ों ग्रामीण खेत में पहुंच गए और ट्रैक्टर के आगे लेटकर किसान को फसल नष्ट ना करने की गुहार लगाकर किसान को मनाया।
गांव खांडा खेड़ी के किसान शिवकुमार शर्मा उर्फ शिबू व उसका 12 वर्षीय पुत्र करण सूर्या सरकार से आहत होकर बुधवार को अपने खेत में पहुंच गए और ट्रैक्टर लेकर खड़ी गेहूं की फसल को नष्ट करने लगे। इसकी सूचना जैसे ही अन्य ग्रामीणों को मिली तो सैकड़ों ग्रामीण खेत में पहुंच गए और किसान को फसल नष्ट करने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माना तो आखिर कर किसान व सतरोल खाप के प्रतिनिधि किसान के ट्रैक्टर के आगे लेट गए तो किसान ने कहा कि पिछले 3 महीनों से किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार किसानों की अनदेखी करके उनको आतंकवादी बताने का काम कर रही है। ऐसे में वह काफी आहत है। वो 32 एकड़ भूमि का मालिक है और वह एक भी दाना गेहूं का सरकार को नहीं देगा सीमा पर बैठे जवान और गरीब व्यक्तियों को मुफ्त में ही दान करेगा। सरकार से मांग है कि वह जल्द से जल्द किसानों की मांग को पूरा करके इनके आंदोलन को समाप्त करवाएं अन्यथा सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
किसान के 12 वर्षीय बेटे किरण सूर्या ने बताया कि किसान दिल्ली में धरने पर बैठे हुए हैं और सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है। इसी वजह से हमने खेत में खड़ी गेहूं की फसल को नष्ट करने का फैसला लिया। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक वह अपनी फसल का एक भी दाना मंडी में नहीं ले जाएंगे और सरकार को भी नहीं देंगे। पूरी फसल देश के जवानों व गरीबों के लिए दान में दे दी जाएगी। सतरोल खाप के संयोजक मास्टर फुल कुमार पेटवाड़ ने बताया कि किसानों से अपील है कि वह अपनी फसल को नष्ट ना करें। जल्द ही खाप एक बैठक करके भविष्य का निर्णय करेगी कि वह अपनी गेहूं का प्रयोग किस कार्य के लिए करेंगे।