महानगर की तर्ज पर झज्जर के व्यापारी तैयार कर रहे अपना सीसीटीवी नेटवर्क
जिस तरह से बड़े शहरों को कवर करने के लिए सीसीटीवी लगाते हुए रोड मैप के हिसाब से नेटवर्क तैयार किया जाता है। ठीक वैसा ही झज्जर में करने के लिए अब व्यापारियों ने खुद कदम बढ़ाया है। कारण कि उन्हें व्यवस्था के स्तर पर मदद नहीं मिल पा रही।
झज्जर, जेएनएन। 'मैं नहीं हम' के सूत्र पर चलकर सालों से चली आ रही समस्याओं का अंत किस तरह से हो सकता है। इसका एक शानदार उदाहरण जिला मुख्यालय स्थित बाजार में इन दिनों में देखने को मिल रहा हैं। दरअसल, नवगठित व्यापारी एकता मंच ने अपने पहले चरण में 11 बिंदुओं को लेकर कार्य करना आरंभ किया है। मंच से जुड़े हुए लोग भी वह ही हैं, जो कि स्थानीय बाजार के व्यापारी हैं और पिछले लंबे अरसे से मूलभूत समस्याओं के समाधान का इंतजार कर रहे थे।
शासन-प्रशासन के स्तर पर जब कोई ठोस मदद नहीं मिल पाईं तो इन लोगों ने स्वयं ही रास्तों को तलाशना शुरु कर दिया। फिलहाल, मंच के स्तर पर जब सांझा निर्णय लेते हुए प्रयास शुरु किए हुए तो यह विषय अब नजीर बनता हुआ दिख रहा हैं।
रोड मैप के हिसाब से सीसीटीवी नेटवर्क तैयार करेगा मंच :
जिस तरह से बड़े शहरों को कवर करने के लिए सीसीटीवी लगाते हुए रोड मैप के हिसाब से नेटवर्क तैयार किया जाता है। ठीक वैसा ही झज्जर में करने के लिए अब व्यापारियों ने खुद कदम बढ़ाया है। कारण कि उन्हें व्यवस्था के स्तर पर उन्हें मदद नहीं मिल पा रही। बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कई साल पहले शहर में सीसीटीवी लगवाए जाने की घोषणा की थी, जिस पर आज तक अमल नहीं हो पाया। बजट आ जाने के बाद भी कार्य नहीं हो पाने का यह बड़ा उदाहरण है।
इधर, व्यापारी भी प्रशासनिक स्तर पर यह मांग उठाते हुए सुरक्षा मुहैया कराए जाने की बात कह रहे थे। हो रहे इन्हीं प्रयासों के बीच 9 जून को व्यापारियों की पहली वर्चुअल मीटिंग वरिष्ठ व्यापारी सतीश धींगड़ा की अध्यक्षता हुईं। जिसमें तय हुआ कि जो भी प्रतिष्ठान सड़क किनारे स्थित है, वह अपने प्रतिष्ठान से एक-एक, दो-दो कैमरा बाजार की सुरक्षा के लिए समर्पित करेंगे। मंच के स्तर पर सैंकड़ों व्यापारियों के साथ किए गए आह्वान का ऐसा असर हुआ कि शहर का सीसीटीवी नेटवर्क तैयार होने लगा हैं। अगर इसी गति से आगे बढ़ते रहे तो बहुत शीघ्र सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी मदद शहर के व्यापारियों को मिलने जा रही हैं।
प्रतिक्रिया : नि:संदेह व्यापारियों ने स्वत: आगे आकर सहयोग करने की बात कही हैं। अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े व्यापारी अपने प्रतिष्ठान के कैमरों को बाजार की सुरक्षा के लिए समर्पित कर रहे है।
व्यापारी सतीश धींगड़ा
'मैं नहीं हम' से हुआ समस्या का अंत। जी, जिस तरह की विचारधारा लेकर व्यापारी एकता मंच अपने कदम बढ़ा रहा है। वह बाजार को आदर्श स्थिति में ले जाएगा। हर व्यापारी सकारात्मक सोच के साथ सहयोग करने को तैयार है।
व्यापारी हरि प्रकाश यादव
मौजूदा दौर में तकनीकी स्तर पर व्यापारियों का सक्षम होना अति आवश्यक हैं। आने वाले समय में व्यापारियों की वेबसाइट सहित अन्य तकनीकी विषयों को लेकर कक्षाएं भी लगाई जाएगी।
व्यापारी तरूण वधवा
सुरक्षा की दृष्टि से जिस तरह का प्रयास यहां पर हुआ है। वह बेहद शानदार है। आने वाले समय में यह मॉडल पूरे प्रदेश के लिए नजीर बनने वाला है। खास तौर पर छोटे शहरों की एक बड़ी समस्या का अंत होता दिख रहा है।
व्यापारी राजेश सैनी