पुरी की तर्ज पर बहादुरगढ़ में बनाया गया जगन्नाथ मंदिर, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह कल, तैयारियां पूरी

विश्व विख्यात जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बहादुरगढ़ के नया गांव में बादली रोड पर श्री जगन्नाथ मंदिर बनाया गया है। उड़ीसा से विशेष तौर पर बुलाए गए कारीगरों ने चार साल में यह मंदिर बनाया है। मंदिर अब पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 05:23 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 05:23 PM (IST)
पुरी की तर्ज पर बहादुरगढ़ में बनाया गया जगन्नाथ मंदिर, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह कल, तैयारियां पूरी
उड़ीसा के कारीगरों ने चार साल में बनाया श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी से ही मंगवाई गई हैं भगवान की मूर्तियां

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: पुरी स्थित विश्व विख्यात जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बहादुरगढ़ के नया गांव में बादली रोड पर श्री श्री जगन्नाथ मंदिर बनाया गया है। उड़ीसा से विशेष तौर पर बुलाए गए कारीगरों ने चार साल में यह मंदिर बनाया है। मंदिर अब पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है और सोमवार को इस मंदिर में पांच दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ की मूर्तियां भी पुरी से मंगवाई गई हैं। बहादुरगढ़ में उड़ीया कम्यूनिटी के करीब 500 घर हैं और यहां पर करीब पांच हजार लोग रहते हैं।

इन लोगों ने कुछ साल पहले अपने आराध्य देव भगवान श्री जगन्नाथ का मंदिर बनाने की सोची तो नया गांव से निकलकर बादली रोड पर जमीन खरीदी। फिर उड़ीसा से कारीगर बुलाकर पुरी स्थित विश्व विख्यात मंदिर की तर्ज पर यहां भी हूबहू वैसा ही मंदिर बनाने की शुरूआत की। चार साल पहले मंदिर की आधारशिला रखी गई थी। अब मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। मंदिर के प्रधान रमेश दास व सदस्य भूपति राउत ने बताया कि मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद अब मंदिर के गर्भ गृह में विधि पूर्वक मूर्ति स्थापित की जाएंगी।

इसके लिए पांच दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा। सोमवार से यह कार्यक्रम शुरू हो रहा है। 19 नवंबर तक मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। मंदिर के प्रधान रमेश दास व सदस्य भूपति राउत ने बताया कि इस कार्यक्रम में सोमवार को अंकुर अधिवेशन, 16 को कलश अधिवेशन, 17 को देवता प्रतिष्ठा, 18 को देवता मंदिर प्रवेश और 19 को यज्ञ में पूर्णाहुति दी जाएगी। कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि साेमवार को यज्ञ शाला में कुंड बनाकर यज्ञ शुरू करवाया जाएगा।

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