हिसार शहर के 110 राशन डिपो की शुरु नहीं हुई जांच, मेयर डीएफएससी से लेंगे जवाब

जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मेयर गौतम सरदाना ने डीसी से आग्रह किया है कि इस मामले की गहन जांच की जाए। क्योंकि यह राशन गरीबों का है। मेयर ने डीसी से आग्रह किया था राशन वितरण में भ्रष्टाचार के दोषी पाए जाने वाले डिपोधारक का लाइसेंस रद्द किया जाए

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 11:16 AM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 11:16 AM (IST)
हिसार शहर के 110 राशन डिपो की शुरु नहीं हुई जांच, मेयर डीएफएससी से लेंगे जवाब
डिपो होल्‍डरों द्वारा राशन वितरण में झोल करने के मामले में जांच शुरू नहीं हुई है

जागरण संवाददाता, हिसार : मेयर गौतम सरदाना ने संज्ञान लिया तो एक बार फिर राशन डिपो संचालकों की ओर से किया जा रहा भ्रष्टाचार उजागर हुआ। जहां एक ही व्यक्ति के परिवार को कई राशन डिपो वितरित किए हुए पाए, वहीं राशन वितरण में भी भ्रष्टाचार की परत खुली। इसके बाद डीसी के माध्यम से (खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी) डीएफएससी को शहर के राशन डिपो की जांच के लिए कहने के बावजूद अभी तक शहर के सभी राशन डिपो की जांच नहीं हुई है। ऐसे में अब मेयर गौतम सरदाना ने डीएफएससी से जवाब तलबी की तैयारी कर ली है।

मेयर ने डीसी से सभी 110 डिपो की जांच करवाने की कि थी बात

शिकायत के बाद शहर के डिपो पर राशन वितरण में भ्रष्टाचार की परत दर परत उखड़ने लगी। डीएफएससी के माध्यम से मेयर को जो निगरानी कमेटी की रिपोर्ट सौंपी गई थी उसमें राशन वितरण में भ्रष्टाचार उजागर होने की बात सामने आई थी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मेयर गौतम सरदाना ने डीसी से आग्रह किया है कि इस मामले की गहन जांच की जाए। क्योंकि यह राशन गरीबों का है उनके राशन का गबन किया जा रहा है। ऐसे में मेयर ने डीसी से आग्रह किया था कि राशन वितरण में भ्रष्टाचार के दोषी पाए जाने वाले डिपोधारक का लाइसेंस रद्द किया जाए और इसके अलावा शहर के सभी 110 राशन डिपो की जांच हो।

अफसरों की कार्यप्रणाली संदिग्ध, जांच दायरे में आए

निगरानी कमेटी और खाद्य आपूर्ति विभाग की संयुक्त सदस्यों की जांच में भ्रष्टाचार का उजागर हो गया है। सूत्रों की माने तो सोमवार को मेयर गौतम सरदाना ने खाद्य आपूर्ति अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिए है। रिपोर्ट सौंपने के लिए मेयर कार्यालय में पहुंचे खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों को मेयर ने कहा कि आपके विभाग की मिलीभगत से क्या यह संभव है। इस मामले में आपके विभागीय स्टाफ की भी जांच होने चाहिए उनकी भी मिलीभगत होने की संभावना है। ऐसे में यदि गहन जांच होती है तो विभागीय स्टाफ पर भी गाज गिर सकती है।

110 राशन डिपो की जांच की उठी मांग

12 क्वार्टर एरिया के एक ही परिवार के सात डिपो चलाने के मामले में शुरु हुई जांच अब बड़ा रुप लेती नजर आ रही है। मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि शहर के सभी 110 राशन डिपो की जांच करवाई जाए। यदि किसी भी डिपो पर गड़बड़ मिलती है तो कार्रवाई की जाए। शहर के लोगों को नियमित रूप से राशन मिले और सरकारी रेट पर राशन मिले। यही हमारा लक्ष्य है। राशन डिपो पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा गरीब परिवारों को मिले। इसे सुनिश्चित किया जाएगा। जो डिपो संचालक सही तरह से कार्य नहीं करेंगे और जनता को परेशान करेंगे। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये है मामला

शहर के डिपो की एक शिकायत हुई थी। जिसके बाद लाडो देवी धर्मपत्नी प्रमोद कुमार के परिवार को सात राशन डिपो चलाने का मामला उठा था। मामले का सच जानने के लिए जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों व निगरानी कमेटी के सदस्य फील्ड में उतरे। शिकायत सहीं पाई गई। इसके अलावा राशन वितरण से लेकर डिपो की जगह तक में भ्रष्टाचार व गोलमाल उजागर हुआ। चार डिपो को लेकर भी लोगों ने डिपो संचालक पर सरकारी रेट से ज्यादा पैसा वसूलने, राशन कम देने व दुर्व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए । वहीं लोगों ने लिखित में शिकायत कमेटी व अधिकारियों को दी थी।

----राशन डिपो की जांच के संबंध में डीसी से बातचीत की है। डीएफएससी ने मामले में क्या संज्ञान लिया है। इस बारे में डीएफएससी से बातचीत की जाएगी।

- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।

chat bot
आपका साथी