अंतरराष्ट्रीय पहलवान देने वाले भिवानी के भीम स्टेडियम को आज तक कुश्ती हाल का इंतजार

कुश्ती के दाव पेच खिलाड़ी खुले मैदान में सीख रहे हैं। पहलवानों की बात करें तो यहां पर प्रतिदिन 200 पहलवान अभ्यास कर रहे हैं। पहलवानों को अभ्यास के दौरान चोट लग जाए तो यहां हेल्थ सेंटर तक नहीं है। ऐसे में पहलवानों की फौज कैसे तैयार होगी।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 05:36 PM (IST) Updated:Thu, 18 Feb 2021 05:36 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय पहलवान देने वाले भिवानी के भीम स्टेडियम को आज तक कुश्ती हाल का इंतजार
भिवानी में स्थित भीम स्‍टेडियम जहां अब तक कुश्‍ती हाल नहीं बन सका है

भिवानी, जेएनएन। मिनी क्यूबा के नाम से भिवानी की पहचान है। यहां के भीम स्टेडियम में अनेक अंतरराष्ट्रीय पहलवान दिए हैं। मुख्यमंत्री तक यहां पर मल्टीपर्पज हाल की घोषणा कर चुके हैं। मल्टीपर्पज हाल तो दूर अब तक यहां के पहलवानों को कुश्ती हाल तक का इंतजार है। कुश्ती के दाव पेच खिलाड़ी खुले मैदान में सीख रहे हैं। पहलवानों की बात करें तो यहां पर प्रतिदिन 200 पहलवान अभ्यास कर रहे हैं। पहलवानों को अभ्यास के दौरान चोट लग जाए तो यहां हेल्थ सेंटर तक नहीं है। ऐसे में पहलवानों की फौज कैसे तैयार होगी। खिलाड़ी और कोच पिछले कई वर्षों से कुश्ती हाल की मांग करते आ रहे हैं।

भीम स्टेडियम से अभ्यास कर इन पहलवानों ने छुआ है शिखर

भीम स्टेडियम में अपने खेल प्रशिक्षकों से कुश्ती के गुर सीख कर अनेक पहलवानों ने मिनी क्यूबा का नाम खेलों की दुनिया में चमकाया है। इन पहलवानों की बात करें तो इनमें मुख्य रूप से महिला पहलवान मीनाक्षी और प्रीति हैं। इनके अलावा अंतरराष्ट्रीय पहलवान मोहित ग्रेवाल हैं और ये पहलवान अभी भी नाम रोशन कर रहे हैं। यहां के नामी पहलवान रह चुके विरेंद्र बल्ला, श्रीकांत, अजयपुरी आदि अनेक पहलवान हैं।

रोहतक कुश्ती हाल की तर्ज कुश्ती हाल के लिए भेजा था प्रपोजल

करीब पांच-छह साल पहले खेल विभाग की तरफ से रोहतक में बने कुश्ती हाल की तर्ज पर कुश्ती हाल बनाने के लिए प्रपोजल भेजा गया था। इसके बाद यहां खेल विभाग के अधिकारियों के समक्ष भी कई बार मांग की जा चुकी है। अभी तक कुश्ती हाल का पहलवानोंं को इंतजार है।

पहलवान बोले कुश्ती हाल और जिम हो तो अच्छे परिणाम दे सकते हैं पहलवान

पहलवानों की यहां पर कमी नहीं है। सुविधाओं में कुश्ती हाल और जिम की सुविधा दे दी जाए तो पहलवान और ज्यादा अच्छे परिणाम देंगे। पहलवान और ज्यादा पदक लेकर आएंगे। इसलिए यहां पर खेल सुविधाएं बढ़ाई जाएं।

मोहित, अंतरराष्ट्रीय पहलवान

सुविधाओं के अभाव में पहलवान दूसरे शहरों में जाकर अभ्यास करने के लिए मजबूर हैं। कहने को भिवानी मिनी क्यूबा है पर यहां पहलवानों के लिए कुश्ती हाल तक नहीं है। इसलिए यहां पर खिलाड़ियों की सुविधा के लिए कुश्ती हाल और हेल्थ सेंटर की सुविधा दी जाए।

श्रीकांत, अंतर्राष्ट्रीय पहलवान

भीम स्टेडियम में कुश्ती हाल के लिए प्रपोजल भेजा गया है। स्टेडियम में कुश्ती हाल की जरूरत है। यहां पर करीब 200 पहलवान अभ्यास के लिए आते हैं। जल्द ही यहां पर कुश्ती हाल बनेगा।

कृष्ण ढांडा, डीएसओ

भिवानी।

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