विदेश भेजने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़, 18 लाख ठगने के मामले में दो विदेशी सहित चार काबू

शहर में साइबर थाना स्थापित होने के बाद साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 07:30 AM (IST)
विदेश भेजने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़, 18 लाख ठगने के मामले में दो विदेशी सहित चार काबू
विदेश भेजने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़, 18 लाख ठगने के मामले में दो विदेशी सहित चार काबू

सुभाष चंद्र, हिसार

शहर में साइबर थाना स्थापित होने के बाद साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस ने कई आरोपितों की गिरफ्तारी की है, ताजा मामले में साइबर थाना पुलिस ने विदेश भेजने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। साइबर थाना पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के सदस्यों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। मामले में हाउसिग बोर्ड कालोनी निवासी अश्वनी कुमार ने जनवरी माह में सिटी थाना पुलिस को शिकायत दी थी।

इन आरोपितों को किया गिरफ्तार

विदेश भेजने के नाम पर उपरोक्त मामले में रुपयों की धोखाधड़ी करने के तार विदेशों से जुड़े हैं। मामले में पुलिस ने पश्चिमी अफ्रीका के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्यत: पश्चिमी अफ्रीका निवासी और हाल दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रह रहे लोगनन लजारे और सिस एबो को गिरफ्तार किया है। गिरोह में विदेशी लोगों का साथ दे रहे दो भारतीयों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें पुलिस ने मुख्यत: गुवाहाटी निवासी और हाल दिल्ली के बुराड़ी में रह रहे रोजवेफी को बुराड़ी से पकड़ा है। गिरोह के इन सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार को अदालत में पेश किया है, जहां से इन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

रिकवरी के लिए आरोपितों को दिल्ली लेकर पहुंची पुलिस

आरोपितों को गिरफ्तार करने पर पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने अपने दिल्ली के ठिकानों के बारे में जानकारी दी है। पुलिस रुपयों की रिकवरी करने के लिए दिल्ली के ठिकानों पर दबिश देने के लिए रवाना हुई है।

यह था पूरा मामला

हाउसिग बोर्ड कालोनी निवासी अश्वनी कुमार ने सिटी थाना पुलिस को बताया था कि वह अपने बेटे को पढ़ने के लिए विदेश भेजना चाहता था। उसकी कुछ महीने पहले फेसबुक पर सोनिया वाल्टर नाम की एक महिला से बात हुई थी, लेकिन सोनिया ने उसके बेटे को विदेश भेजने के लिए लाखों रुपये मांगे। उसने मना किया तो सोनिया ने उसे कुछ फंड देकर दिल्ली के एक कोरियर सर्विस में पार्सल भेजने को कहा। इसके बाद महिला ने पार्सल पर कस्टम ड्यूटी की बात कहकर 43,500 रुपये दिल्ली स्थित एक बैंक में खाता में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद एंटी मनी लांड्रिंग के नाम पर एक लाख 70 हजार रुपये मांगे। यह भी उसने जमा करवा दिए। कुछ दिन बाद पार्सल पर इनकम टैक्स लगने की बात कहकर 10.51 लाख रुपये भी ट्रांसफर करवाए। पीड़ित ने बताया कि सोनिया ने उससे फेसबुक और वाट्सएप से बात जारी रखते हुए दोबारा फंड का पार्सल छुड़ाने के लिए दो लाख 16 हजार रुपये और मांगे। जो उसने ट्रांसफर कर दिए। इसी तरह अन्य चार्ज के नाम पर करीब चार लाख रुपये अपने खाता में ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने बताया कि सोनिया उसे कहती थी कि वह स्काटलैंड में सांसद है। सोनिया ने दिसंबर 2020 में दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया। अश्विनी ने बताया कि सोनिया से मिलने के लिए पता पूछा तो उसने द्वारका का पता दिया था। इसके बाद पीड़ित को लगा कि वह ठगा गया है। जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी थी।

वर्जन -

दो विदेशी सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपितों से रिमांड के दौरान रिकवरी के प्रयास किए जाएंगे।

इंस्पेक्टर राजपाल, इंचार्ज, साइबर क्राइम थाना, हिसार।

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