हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा, 173 करोड़ रुपये देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने हिसार एयरपोर्ट सहित हवाई पट्टियों के लिए की धनवर्षा। हवाई पट्टी के साथ लगती 4200 एकड़ जमीन चिह्नित की गई।
जेएनएन, हिसार : प्रदेश सरकार हिसार में एयरपोर्ट को लेकर कितनी गंभीर है, इसकी झलक प्रदेश सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में दिखी। प्रदेश सरकार हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करेगी। इसके लिए 173 करोड़ रुपये सरकार देगी। सरकार तीन चरणों में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाएगी। इसमें एरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग, एविएशन ट्रेनिंग सेंटर और एविएशन यूनिवर्सिटी, वाणिज्यिक और आवासीय एयरोट्रोपोलिस भी बनेंगे। इसी राशि में से सरकार भिवानी, नारनौल, करनाल, पिंजौर में हवाई पट्टियों का विस्तार करेगी और नारनौल की हवाई पट्टी पर हवाई खेल गतिविधियां शुरू करेगी।
हिसार को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की दिशा में सरकार काम भी कर रही है। हिसार से रेल और सड़क कनेक्टिविटी को तेज किया जा रहा है। हिसार-महम रेल लाइन के जल्द निर्माण और हिसार से सादुलपुर रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए भी बजट दिया है। इससे हिसार की रेल कनेक्टिविटी मजबूत होगी। हांसी-महम रेलवे लाइन से भिवानी में ट्रेनों का ठहराव नहीं होगा और हिसार से दिल्ली की दूरी मात्र तीन घंटे में तय की जा सकेगी। वहीं सरकार ने बजट में बताया कि हिसार से चंडीगढ़ के लिए विमान सेवा शुरू की गई है। मगर अभी यह सेवा बंद पड़ी है। सरकार को उम्मीद है कि जल्द ही यह सेवा शुरू हो जाएगी। इसके अलावा हिसार से पांच अन्य स्थानों पर हवाई सेवा शुरू करने की योजना है।
स्पाइस जेट ने खरीदे हैं नए जहाज
वहीं दूसरी ओर स्पाइस जेस कंपनी ने हिसार से उड़ान शुरू करने के लिए तीन हवाई जहाज खरीदे हैं। जिसमें 19-19 यात्रियों के बैठने का प्रबंध रहेगा। इसके साथ ही सभी सुविधाओं से लैस यह जहाज होंगे। इन प्लेन के साथ पांच स्थानों के लिए फ्लाइट शुरू की जा सकती है। इसमें जयपुर, दिल्ली, देहरादून, चंडीगढ़ शहर शामिल हैं।
सरकार इस तरह बनाएगी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
हरियाणा सरकार हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करना चाहती है। प्रदेश सरकार ने पहले ही 4200 एकड़ भूमि का अधिगृहण कर लिया है और 3200 एकड़ जमीन ट्रांसफर करने का प्रोसेस चल रहा है। यहां तीन हैंगरों का निर्माण किया गया है। हिसार एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन, छोटे यात्री ट्रमिनल, ए-320 प्रकार के विमानों को समायोजित करने की व्यवस्था होगी। डोमेन विशेषज्ञों का एक संयुक्त कार्य समूह का भी गठन किया गया है, जो एविएशन हब के विकास को लेकर समय-समय पर प्रदेश सरकार का मार्गदर्शन करती रहती है। प्रस्तावित हब में अंतरराष्ट्रीय मानकों के हवाई अड्डा के साथ-साथ 9000 फुट रनवे, एयरलाइ्रंस, जनरल एविएशन, ऑप्रेटरों के लिए पर्याप्त पार्किंग, रख-रखाव, मरम्मत, ओवर हॉलिंग की सुविधाएं, एयरो स्पेस विश्वविद्यालय, पायलट, इंजीनियरों और ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए ग्लोबल ट्रेडिंग सेंटर और आवासीय व वाणिज्यिक विकास की व्यवस्था होगी।
यह होगा हिसार एयरपोर्ट का स्वरूप
-यात्री हवाई अड्डा
-फिक्सड बेस आप्रेशन
-रख-रखाव, मरम्मत
-कारगो, डिफेंस विनिर्माण
-एयरोस्पेस विनिर्माण
-विमानन प्रशिक्षण केन्द्र
-विमानन विश्वविद्यालय
-एयरोट्रोपोलिस- वाणिज्यिक एवं एयरोट्रोपोलिस-आवासीय
हिसार एयरपोर्ट के लिए मुख्यमंत्री ने जो 173 करोड़ की राशि दी है। मैं उसके लिए उनका आभार प्रकट करता हूं। इससे साफ है कि हिसार का भविष्य उज्ज्वल है। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनेगा, जिससे इस क्षेत्र की तरक्की होगी।
- डा. कमल गुप्ता, विधायक, हिसार।