मुंह काला कर घुमाने से तनाव में आई बच्ची स्कूल के नाम से भी जाती है डर, चेहरे पर हुई एलर्जी
एक नौ साल की छात्रा का मुंह काला कर स्कूल की प्राचार्या ने उसको पूरे स्कूल में पांच और बच्चों के साथ घुमाया था। प्रशासन ने स्कूल को सील कर दिया है वहीं प्राचार्या को भी पकड़ा है
हिसार, जेएनएन। हिसार के बड़वाली ढाणी में निजी स्कूल में होमवर्क नहीं करने पर बच्ची के मुंह को काला कर स्कूल में घुमाने के मामले के बाद बच्ची डिप्रेशन में है। उसको उस घटना से उभारने के लिए सिविल अस्पताल में उसकी काउंसिलिंग शुरू हुई। काउंसिलिंग का दूसरा दौर अब बृहस्पतिवार को शुरू होगा। वहीं बच्ची के चेहरे पर एलर्जी होने के कारण परिवार परेशान हो गया है। वह बच्ची को लेकर डरा हुआ है।
महाबीर कालोनी की एक नौ साल की छात्रा का मुंह काला कर स्कूल की प्राचार्या ने उसको पूरे स्कूल में पांच और बच्चों के साथ घुमाया था। उसने इसकी जानकारी परिवार को देकर पुलिस में मामला तो दर्ज करवाया लेकिन वह उस घटना से उभर नहीं पा रही है। प्रशासन ने स्कूल को भी सील कर दिया है तो वहीं प्राचार्या को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब बच्चों का दाखिला दूसरे स्कूलों में करवाया जाएगा। वहीं आरोप है कि स्कूल के पास पांचवी कक्षा तक की मान्यता थी मगर वहां कक्षाएं दसवीं कक्षा तक की लगती थी। अब मामले ने तूल पकड़ लिया है।
वहीं मुहं काला करने से तनाव में आई बच्ची ने खाना कम करने के साथ ही वह बहुत कम बात कर रही है। वह स्कूल जाने से डर रही है। इसी के चले बाल संरक्षण अधिकारी ने सिविल अस्पताल में उसकी काउंसिलिंग शुरू करवाई। डाक्टर ने उससे बातचीत की और उससे उस घटना से उभारने का प्रयास किया। इस घटना का बच्ची के मस्तिष्क पर असर होने के कारण वह अभी घबराई हुई है। डाक्टरों का कहना है कि उसकी काउंसिलिंग शुरू हो गई है। उसकी रिपोर्ट बनाकर वह प्रशासन को देंगे।
चेहरे पर हुई एलर्जी
पिता ने बताया कि उनकी बेटे के चेहरे को काला करने के बाद अब एलर्जी हो गई है। उसका चेहरा भी खराब हो गया है। वह डाक्टर को दिखाने के लिए गए थे लेकिन वह नहीं मिली। बृहस्पतिवार को वह दोबारा अस्पताल जाएंगे और बच्ची को दिखाएंगे। पिता ने दर्द बयां करते हुए कहा कि बच्ची की हालत खराब है और वह उनसे नहीं देखी जाती।
स्कूल जाने से डर रही बच्ची
परिवार की तरफ से बच्ची से अभी स्कूल जाने को लेकर बातचीत नहीं की जा रही है। उसके आगे स्कूल जाने का नाम लेते हैं, वह डर जाती है। घटना ने उसके दिमाग पर काफी प्रभाव डाला है। इस स्कूल तो वह उसे कभी नहीं भेजेंगे। उनकी बच्ची का तो भविष्य खराब हो गया। प्रशासन को चाहिए वह सख्त कार्रवाई करें।