इनेलो प्रत्याशी सुरेश कोथ अपने गांव कोथ कलां से हारे
नारनौंद लोकसभा चुनाव में इस बार नारनौंद हलके में बड़ा उलटफेर देखने क
संवाद सहयोगी, नारनौंद : लोकसभा चुनाव में इस बार नारनौंद हलके में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। नारनौंद हलके को दुष्यंत चौटाला का गढ़ माना जाता है इसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी बृजेंद्र को वे मात्र 3030 वोट से ही मात देने में कामयाब हुए। हलके में जजपा को 56007 तो भाजपा को 52977 वोट मिले।
दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा को नारनौंद विधानसभा में भले ही जीत मिली हो लेकिन इस गढ़ को सेंध लगाने की वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोशिश भी कामयाब रही। इसी की बदौलत भाजपा ने यहां 52977 वोट प्राप्त किए। वहीं इनेलो प्रत्याशी सुरेश कोथ को अपने ही गांव में हार का सामना करना पड़ा।
नारनौंद हलके से इनेलो की साख गिरी हैं। इनेलो प्रत्याशी सुरेश कोथ हलके से सिर्फ 2721 वोट ही ले पाए। इतना ही नहीं, वह अपने पैतृक गांव कोथ कलां से भी हार का सामना करना पड़ा। कोथ कलां में भाजपा को 1288, जजपा को 1192 और इनेलो को 1000 वोट मिले। भाजपा को 288 मतों से जीत मिली।
इनेलो प्रत्याशी सुरेश कोथ के बूथ नंबर 16 से 344 वोट व बीजेपी को 137 वोट मिले। इस बूथ पर 207 वोटों से सुरेश कोथ को जीत मिली। वहीं वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के हल्के से भाजपा को 3030 वोट से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उनके गांव खांडा खेड़ी में भाजपा को 1944 से जीत मिली।
वित्त मंत्री के बूथ 177 से भाजपा को 447 और दुष्यंत को 120 वोट मिले। इस बूथ में भाजपा को 327 वोट से जीत हासिल हुई। पूर्व विधायक रामकुमार गौतम जजपा में शामिल हुए थे। उन्हें पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। लेकिन उनके गांव नारनौंद में ही जजपा को 2136 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह सभी प्रत्याशी पर भारी पड़े।