वेबिनार में फसल अवशेष प्रबंधन की देंगे जानकारी

इसी विषय को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से एक दिवसीय वेबिनार आयोजित किया जा रहा है जिसमें फसलों के अवशेषों का आधुनिक तकनीकों व मशीनरी से उचित प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:56 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 07:56 AM (IST)
वेबिनार में फसल अवशेष प्रबंधन की देंगे जानकारी
वेबिनार में फसल अवशेष प्रबंधन की देंगे जानकारी

जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में 29 अक्टूबर को 'फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन में मशीनरी व अन्य तकनीकों की भूमिका' विषय पर ऑनलाइन माध्यम से एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। वेबिनार का आयोजन विश्वविद्यालय के कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की से किया जाएगा। यह जानकारी फार्म मशीनरी एवं पावर इंजीनियरिग विभाग की अध्यक्षा डा. विजया रानी ने दी।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में किसान धान की पराली व अन्य फसल अवशेषों को खेत में ही जला देते हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इसी विषय को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से एक दिवसीय वेबिनार आयोजित किया जा रहा है, जिसमें फसलों के अवशेषों का आधुनिक तकनीकों व मशीनरी से उचित प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। विभागाध्यक्ष ने बताया कि इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह मुख्यातिथि होंगे, जबकि कालेज के अधिष्ठाता डा. आरके झोरड़ आयोजक व डा. मुकेश जैन सह आयोजक होंगे। वेबिनार में फसल अवशेषों के जमीन में मिलाने व उसे जलाने के भूमि की उर्वरा शक्ति पर पड़ने वाले प्रभावों व दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी।

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