हरियाणा में गर्मी से बेहाल होने लगे लोग, झुलसा रही धूप, मगर अब बदलेगा मौसम

हरियाणा में 30 अप्रैल रात्री व 1 मई को कहीं-कहीं धूलभरी हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी होगी। मौसम में 4 मई व 6 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाएं व गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने की भी संभावना है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 08:24 AM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 08:24 AM (IST)
हरियाणा में गर्मी से बेहाल होने लगे लोग, झुलसा रही धूप, मगर अब बदलेगा मौसम
हरियाणा में अप्रैल महीेने में ही गर्मी चरम पर है मगर अब मौसम बदलने वाला है

सिरसा, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के साथ साथ गर्मी भी अपना असर दिखाने लगी है। राज्य में पिछले पांच दिनों से हल्की गति से उत्तर पश्चिमी व पश्चिमी हवाएं चलने से दिन व रात्री तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हुई है। इसी के साथ मौसम खुश्क रहा। सुबह सूरज निकलने के साथ ही तपन शुरू हो रही है। दिन में तेज धूप झुलसाने लगी है। खेतों में भी किसानों का काम बन चुका है। सिरसा का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन का सबसे अधिक रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री रहा।

धूलभरी आंधी चलने की संभावना, बूंदाबांदी के आसार

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले एक सप्ताह तक लगातार दो पश्चिमीविक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के उपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है। इससे राज्य में मौसम 6 मई तक आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच बीच में मध्यम से तेज गति से धूलभरी हवाएं चलने व आंशिक बादल रहेंगे। इसी के साथ 30 अप्रैल रात्री व 1 मई को कहीं-कहीं धूलभरी हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी होगी। मौसम में 4 मई व 6 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाएं व गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने की भी संभावना है। जिससे दिन के तापमान तापमान में गिरावट तथा यह सामान्य के आसपास ही बने रहने की संभावना है। 

मौसम में बदलाव को देखते हुए ये करें किसान

इस सप्ताह मौसम में लगातार बदलाव की संभावना को देखते हुए गेहूं की कटाई व कढाई जल्दी से जल्दी पूरी कर सुरक्षित स्थानों पर रखे। गेंहू की कटी हुई फसल के बंडल अच्छी प्रकार से बांधे ताकि तेज हवा चलने से उड़ न सके। गेहूं के भूसे व तूड़ी को सुरक्षित स्थानों पर रखे या अच्छी प्रकार से ढके ताकि तेज हवा चलने से तूड़ी उड़ न पाए। गेहूं को बेचने के लिए मंडी में ले जाते समय तिरपाल अपने साथ अवश्य रखे। हल्की बारिश की संभावना को देखते हुए नरमा की बिजाई के लिए तैयार खेत में नमी संचित रखे व मौसम साफ होने पर ही उत्तम किस्मों के बीजों के साथ बीजोपचार कर बिजाई करे।

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