झज्जर में रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में धूम, जानिए कब है शुभ मुहूर्त

22 अगस्त को रक्षा बंधन का त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाएगा। बाजारों में खरीददारी का दौर चल रहा है। कारोबारियों का मानना है कि कोरोना के कारण बाजार में आई मंदी भी अब खत्म होगी और इस बार त्योहार मंदी से उबारने में मददगार साबित होंगे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 20 Aug 2021 01:02 PM (IST) Updated:Fri, 20 Aug 2021 01:02 PM (IST)
झज्जर में रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में धूम, जानिए कब है शुभ मुहूर्त
झज्‍जर के बाजार में राखियां खरीदते हुए महिलाएं

जागरण संवाददाता, झज्जर : कोविड के दौर में रक्षा बंधन 22 अगस्त को है। पहली लहर से राहत कुछ इस तरह से हैं कि एक्टिव केस मात्र तीन रह गए हैं। जबकि, तीसरी लहर का भी संभावित खतरा साफ दिखाई दे रहा है। ऐसी स्थिति में बाजार में रक्षाबंधन का मूड साफ दिखने लगा है। खरीदारी का दौर चल रहा है। महिलाएं विशेष तौर पर खरीदारी के लिए बाजार में परिवार के साथ निकल रही हैं। दुकानों के बाहर स्टाल लगाकर माल को बेचने वालों की कमी नहीं है। पहले की अपेक्षा जुलाई के इस मौसम में कारोबार की गति बढ़ी है। जो कि बाजार की दृष्टि से भी अच्छा है। हालांकि, दिन भर की गर्मी व तपिश लोगों को जरूर परेशान कर रही है।

मंदी से उबरने में मददगार साबित हो रहे त्योहार

रविवार को रक्षाबंधन है। बाजार भी पूरी तरह से सज चुका है। हालांकि, गिफ्ट के कारोबार में अब की दफा मंदी है। स्वर्णकार दीपक वर्मा के मुताबिक कारोबारियों ने रक्षाबंधन को लेकर तैयारी की थी। चांदी की राखियां भी बनवाकर रखी गई हैं। मिठाई दुकानों में शहरों की बात करें तो यहां पर छोटी से लेकर बड़ी दुकानों में 25 हजार से लेकर दो लाख तक का गल्ला होता है। जबकि, ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर भी कारोबार बड़े बढ़िया ढंग से चल रहा है। कुल मिलाकर, त्योहार के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी कारोबार में संजीवनी मिलती हुई दिख रही है।

इस दिन रहेगा शुभ मुहुर्त

पंडित गुलशन शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन 22 अगस्त को मनाया जाएगा। सबसे सुखद संयोग इस दफा यह है कि त्योहार पर भद्रा का साया नहीं रहेगा। 21 अगस्त को शाम 3 बजकर 45 मिनट पर पूर्णिमा तिथि शुरू होगी, जो अगले दिन शाम 5 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। रविवार को 12 घंटे से भी अधिक समय तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सभी के साथ रहेगा। बता दें कि हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाता है। बहनें भाई का तिलक लगाकर उसके दीर्घायु की कामना करती है। जबकि, भाई अपनी बहन के सुख दुख में साथ निभाने का वादा कर उपहार देता है।पूर्णिमा तिथि को मनाए जाने की वजह से इस पर्व को पूर्णिमा राखी कहा जाता है।

ऐसे मनायें रक्षा बंधन का त्योहार

पंडित वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन के त्योहार के दिन सुबह स्नान के बाद एक थाली में दीया, राखी के साथ रोली, चंदन अक्षत, मिष्ठान और पुष्प रखें। साथ ही घी का दीया जलाने के बाद थाल को कुछ देर के लिए पूजा स्थान पर रखें। धूप जलाएं और पूजा करने के बाद आशीर्वाद लें। भाई की आरती करें और उसकी कलाई पर राखी बांधे।

chat bot
आपका साथी